माँ विन्ध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, मीरजापुर में सत्र 2025-26 के नव प्रवेशित MBBS विद्यार्थियों के लिए ‘चरक शपथ समारोह’ का सफल आयोजन किया गया।
रिपोर्ट विकास तिवारी
यह कार्यक्रम राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC), नई दिल्ली द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किया गया।समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि, जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन करके किया।✨ जिलाधिकारी ने दिया मार्गदर्शन
जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए चरक शपथ के महत्व और एक चिकित्सक के नैतिक कर्तव्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि डॉक्टर को धरती पर भगवान का दूसरा रूप माना जाता है। उन्होंने भविष्य के इन डॉक्टरों को मरीजों के प्रति सहानुभूति, उदारता और आपसी समन्वय के साथ उपचार करने की सलाह दी, जो चिकित्सा पेशे का आधार है।
🤝 कॉलेज के प्रिंसिपल का स्वागत और शपथ ग्रहण
कॉलेज के प्रधानाचार्य, प्रो0 डा0 संजीव कुमार सिंह, ने समारोह में उपस्थित होने के लिए जिलाधिकारी का हार्दिक स्वागत किया। इसके बाद, नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत और नृत्य का मनमोहक प्रदर्शन किया।प्रधानाचार्य ने छात्रों को रियल लाइफ और रील लाइफ के बीच के अंतर, उनके गुणों और दोषों के बारे में विस्तार से समझाया। अंत में, उन्होंने सत्र 2025-26 के सभी MBBS छात्रों को चरक शपथ दिलाई, जिसके साथ ही उन्होंने औपचारिक रूप से चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अपना कदम रखा।इस महत्वपूर्ण अवसर पर महाविद्यालय के अनेक चिकित्सा शिक्षक और डॉक्टर उपस्थित रहे, जिनमें प्रो0 डा0 विपिन कुमार, डा0 सचिन किशोर, डा0 क्षितिजराज, डा0 पंकज पाण्डेय, डा0 राकेश कुमार सिंह, डा0 जयपाल सिंह, डा0 दुर्गेश सिंह, डा0 सोनाली चतुर्वेदी, डा0 शशिप्रभा सिंह, डा0 क्वैशन अख्तर, डा0 वन्दना द्विवेदी, डा0 आरती राय, डा0 आकांक्षा दुबे, और डा0 ईश्वर प्रसाद शामिल थे।









