दिवाली पर कम बोनस मिलने से नाराज़ टोलकर्मियों का ‘बदला’, खोल दिए गेट, लाखों का नुकसान और जनता को मिला ‘फ्री पास’
आगरा:
दिवाली के मौके पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के फतेहाबाद टोल प्लाजा पर तब हंगामा मच गया जब टोलकर्मियों ने कम बोनस मिलने के विरोध में सभी गेट खोल दिए। इस अनोखे विरोध प्रदर्शन के चलते हज़ारों गाड़ियां बिना टोल शुल्क दिए एक्सप्रेसवे से गुज़र गईं, जिससे टोल संचालित करने वाली कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ और आम जनता को दिवाली का ‘फ्री पास’ मिल गया।कम बोनस बना विरोध की वजहजानकारी के अनुसार, फतेहाबाद टोल प्लाज़ा का संचालन श्री साईं एंड दातार कंपनी के पास है। कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी ने इस दिवाली पर उन्हें मात्र ₹1100 का बोनस दिया, जबकि पिछले साल यह बोनस ₹5000 था। कर्मचारियों ने इतनी कम राशि को अपनी कड़ी मेहनत का अपमान बताया। कर्मचारियों का कहना था कि जब कंपनी ने मार्च में ठेका लिया था, तब भी वे यहीं काम कर रहे थे, इसलिए उन्हें आधे साल का हवाला देकर कम बोनस देना गलत है।रातभर चला विरोध प्रदर्शनगुस्साए कर्मचारियों ने विरोध जताते हुए काम बंद कर दिया और टोल के बूम बैरियर (गेट) उठा दिए। शनिवार रात से शुरू हुआ यह विरोध लगभग दो घंटे तक चला, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार 10 घंटे तक भी जारी रहा। इस दौरान हज़ारों की संख्या में छोटे-बड़े वाहन बिना किसी रोक-टोक और शुल्क के टोल प्लाजा से गुज़र गए।एक अनुमान के मुताबिक, इस दौरान टोल कंपनी को ₹25 लाख से ₹33 लाख रुपये तक का राजस्व नुकसान झेलना पड़ा।पुलिस ने संभाला मोर्चा, मिला वेतन वृद्धि का आश्वासनस्थिति बिगड़ती देख टोल अधिकारियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी कर्मचारियों और कंपनी के अधिकारियों के बीच बातचीत शुरू कराई। लंबी बातचीत और हंगामे के बाद, कंपनी के अधिकारियों ने कर्मचारियों को 10% वेतन वृद्धि का आश्वासन दिया, जिसके बाद जाकर कर्मचारी माने और करीब दो घंटे बाद टोल प्लाजा पर कामकाज सामान्य हो सका।इस घटना ने एक बार फिर कर्मचारियों के साथ सही व्यवहार और उचित पारिश्रमिक के मुद्दे को उजागर किया है। एक ओर जहां कंपनी को लाखों का नुकसान हुआ, वहीं दूसरी ओर एक्सप्रेसवे से गुज़रने वाले हज़ारों यात्रियों के लिए यह दिवाली का एक अनपेक्षित ‘फ्री पास’ साबित हुआ।
