टीबी मुक्त भारत: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भट्ठा मजदूरों के बीच जलाई जागरूकता की अलख, जांच किट बांटी

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नरायनपुर: ईंट भट्ठा श्रमिकों को टीबी के प्रति किया गया जागरूक, दो संदिग्ध मरीजों की पहचान

रिपोर्ट विकास तिवारी

नरायनपुर। टीबी मुक्त भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए बुधवार को नरायनपुर ब्लॉक के भरेठा गांव में एक विशेष अभियान चलाया गया। शिवांजलि ईंट भट्ठा पर आयोजित इस कार्यक्रम में श्रमिकों को टीबी रोग की गंभीरता और सरकारी सुविधाओं के बारे में जागरूक किया गया।​जिला कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि टीबी अब लाइलाज नहीं है। सरकारी अस्पतालों में इसका मुफ्त इलाज उपलब्ध है और मरीजों को बेहतर खान-पान के लिए प्रति माह 1000 रुपये की राशि भी दी जाती है। कार्यक्रम के दौरान दो संदिग्ध मरीजों की पहचान कर उन्हें बलगम जांच के लिए ‘फाल्कन ट्यूब’ दिए गए।​स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने परिवार और समाज को सुरक्षित रखने के लिए आगे आएं और संभावित मरीजों को जांच के लिए प्रेरित करें। मौके पर इफ्तिखार अहमद, अखिलेश कुमार यादव, मनभावन और मैनेजर रमेश कुमार सिंह मौजूद रहे।

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