क्षेत्र के पड़ाव स्थित गंगा नदी के किनारे मूर्ति विसर्जन के लिए नगर निगम की ओर से बनाये गए कुंड में फैली गंदगी और कुंड में पानी नही होने से नाराज श्रद्धालुओं ने शनिवार को वाराणसी नगर निगम विभाग के अधिकारियों और जेई के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी किया और विसर्जन करने से इनकार कर दिया। पंडाल आयोजकों का कहना है कि नगर निगम की ओर से ठेकेदार के माध्यम से लाखों रुपये की लागत से मूर्ति विसर्जन के लिए कुंड बनाये गए है। मूर्ति विसर्जन के दौरान कुंड में फैली गंदगी और पानी नही होना आस्था से खिलवाड़ हुआ है।
जिसकी सूचना पाकर मौके पर पहुँचे नगर निगम के जेई और पार्षद ने पंडाल आयोजको से बात करके मामला शांत कराया। उसके बाद साफ सफाई और कुंड में पानी भराने का कार्य शुरू कराया।




उसके बाद मूर्ति विसर्जन का कार्य शुरू हुआ।केंद्र सरकार की ओर से गंगा नदी में किसी भी प्रकार की मूर्ति विसर्जन को रोक लगा दिया गया। जिसके बाद नवरात्र का पर्व शुरू होते ही वाराणसी नगर निगम की ओर से सुजाबाद गंगा नदी के किनारे मूर्ति विसर्जन के लिए ठेकेदार के माध्यम से लाखो रुपये खर्च करके कुंड बनावाया जाता है। जिसमे तीन शिफ्ट कर्मचारियों की ड्यूटी, साफ सफाई की व्यवस्था सहित कुंड में पानी की व्यवस्था किया जाता है। जिसमे पड़ाव क्षेत्र के विभिन्न स्थान पड़ाव चौराहा, मढिया,डाँडी,रतनपुर,भोजपुर आदि गांव में स्थापित दुर्गा पूजा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। बुधवार की मूर्ति विसर्जन के विभिन्न विभिन्न पंडाल के आयोजकों की मूर्ति विसर्जन के लिए पहुंची। जहां कुंड में पानी नही होने और कुंड में गंदगी फैला हुआ है। पंडाल आयोजकों की ओर से नगर निगम के मेयर सहितप्रशासन के माध्यम से नगर निगम के एई, जेई सहित विभागीय अधिकारियों को इस बात की सूचना दिया गया। 2 घंटे इंतजार के बाद मौके पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। गंदगी होने से नाराज आयोजक मंडल आस्था से खिलवाड़ होते देख वाराणसी नगर निगम विभाग के अधिकारियों और कर्मचारी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर हो हल्ला मचाया। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही अवर अभियंता नगर निगम सुखपाल सिंह, पार्षद प्रतिनिधि श्रीप्रकाश पटेल मल्लू, सहित सुजाबाद पुलिस मौके पर पहुँच श्रद्धालुओं से बात करके किसी तरह मामला शांत कराया। सके बाद कुंड में पानी भरने और साफ सफाई का कार्य शुरू कराया। इस संबंध में अवर अभियंता सुखपाल सिंह का कहना है कि दो लाख पचास हजार की लागत से कुंड बनाने सहित साफ सफाई, देखरेख का जिम्मा सौरभ कंट्रक्शन नामक कंपनी को दिया गया था। उसके साथ ही तीन शिफ्ट में ड्यूटी भी लगाई गई है। परंतु कोई कर्मचारी यहां नही दिखाई दे रहा है। उसके खिलाफ विभागिय करवाई किया जाएगा।
