श्रीनगर के बारामुला में तैनाती के दौरान बीमारी के चलते जान गंवाने वाले मेजर रौनक सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार की रात वाराणसी पहुंचा।
रिपोर्ट पवन जायसवाल
उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट लाया गया। इससे पहले शाम को ही सेना की गारद और आला अफसर एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे विमान तल से विशेष वाहन में मेजर रौनक सिंह का पार्थिव शरीर टर्मिनल से लाया गया एयरपोर्ट परिसर में ही सेना की गारद ने उनके पार्थिव शरीर को उतारते ही सशस्त्र सलामी दी। मेजर को सेना के ब्रिगेडियर, सीओ समेत अधिकारी व जवानों ने अंतिम सलामी दी इसके बाद ग्रीन कॉरिडोर में सड़क मार्ग से मेजर का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पर लाया गया। यहां सैकड़ों लोग जुटे थे जो उनकी अंतिम झलक देखने के लिए परेशान थे। वाहन को देखकर परिजन भावुक हो गए। पैतृक आवास पर तिरंगे में लिपटा लाल देखकर परिवार में कोहराम मच गया। परिजन लिपटकर रोने बिलखने लगे और एक दूसरे को ढांढस बंधाते नजर आए बता दें कि प्रतापगढ़ जिले के मूल निवासी मेजर रौनक सिंह का परिवार कई वर्षों से चांदपुर इंडस्ट्रीयल एरिया में रह रहा है। डेढ़-दो वर्ष पूर्व ही रौनक सिंह का विवाह हुआ था। पार्थिव शरीर को सलामी देते हुए पत्नी बिलखती रहीं। उनको संभालते हुए परिवार की अन्य महिलाओं का भी रो-रोकर बुरा हाल रहा पिछले एक साल से श्रीनगर के बारामुला में तैनात मेजर रौनक सिंह की तैनाती थी जहां एक सप्ताह पहले उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। आनन फानन में आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां दो दिन पहले इलाज के दौरान रौनक सिंह ने दम तोड़ दिया। परिजनों को इसकी सूचना दी गई थी लेकिन तब तक मौत की खबर भी आ गई शनिवार की देर रात पुलिस और सैन्य वाहनों के बीच मेजर का पार्थिव शरीर मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के चांदपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित आवास पर लाया गया। जहां राजनीतिक, प्रबुद्धजनों और समाजसेवियों ने श्रद्धांजलि दी। घर के बाहर रिश्तेदारों पड़ोसियों और स्थानीय लोगों का जमघट लगा है
