बच्चों को पढ़ाएँगे, नौकरी लगवाएँगे, खूब मिलेगा पैसा आगरा में लालच दे-देकर हो रहा था हिंदुओं के धर्मांतरण का प्रयास ईसाई दंपती समेत 8 गिरफ्तार

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‘बच्चों की पढ़ाई, नौकरी और पैसा’ का लालच देकर धर्मांतरण! आगरा में ईसाई दंपती समेत 8 पकड़े गए

जगदीशपुरा का धर्मांतरण रैकेट: ईसाई दंपती ने दिया ‘खुले पैसे’ का ऑफर

​🚨 बच्चों को पढ़ाने, नौकरी और पैसों का लालच देकर धर्मांतरण का प्रयास: आगरा में ईसाई दंपती समेत 8 गिरफ्तार​आगरा, उत्तर प्रदेश:

आगरा के जगदीशपुरा थाना क्षेत्र की आवास विकास कॉलोनी सेक्टर-7 में रविवार (23 नवंबर 2025) को कथित तौर पर लालच देकर हिंदुओं के धर्मांतरण के प्रयास का मामला सामने आया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा हंगामा किए जाने के बाद पुलिस ने मौके से एक ईसाई दंपती सहित कुल आठ लोगों को हिरासत में लिया है।​

📌 क्या है पूरा मामला?​

बजरंग दल के पदाधिकारियों को सूचना मिली थी कि सेक्टर-4 पुलिस चौकी के पास विश्वनाथ सिंह चौहान के मकान में हर रविवार को एक ‘धर्म सभा’ का आयोजन किया जाता है। आरोप है कि इस सभा में लोगों को मिशनरी स्कूलों में बच्चों के प्रवेश, नौकरी और हर महीने आर्थिक मदद जैसे प्रलोभन दिए जा रहे थे, ताकि वे ईसाई धर्म अपना लें।​रविवार सुबह करीब 11 बजे, सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुँचे।

​मौके पर: कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि घर की पहली मंजिल पर प्रार्थना चल रही थी और वहाँ तलाशी लेने पर धार्मिक किताबें भी मिलीं।

​प्रलोभन का आरोप

: बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सभा में मौजूद लोगों पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। कार्यकर्ताओं ने यह भी बताया कि कुछ समय से क्षेत्र में घर-घर जाकर ईसाई धर्म की ओर आकर्षित करने की कोशिश की जा रही थी।

​🚔 पुलिस की कार्रवाई ​हंगामा बढ़ने पर एसीपी लोहामंडी गौरव सिंह के साथ तुरंत पुलिस फोर्स मौके पर पहुँची।​

हिरासत में: पुलिस ने मकान में किराए पर रह रहे ईसाई दंपती समेत कुल आठ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।​प्राथमिक जाँच: एसीपी गौरव सिंह ने बताया कि दंपती पिछले दो साल से किराए पर रह रहे हैं और उनसे कुछ लोग मिलने आते थे। हिरासत में लिए गए लोगों में चार आवास विकास के निवासी हैं, जिनमें दो हिंदू और दो दंपती के रिश्तेदार बताए गए हैं।​आगे की कार्रवाई: पुलिस ने शिकायतकर्ता से तहरीर प्राप्त कर ली है और जाँच पूरी होने के बाद विधिक कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही है।​स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घर में अक्सर बड़ी संख्या में लोग प्रार्थना के बहाने इकट्ठा होते रहे हैं, जिसके चलते पूरे मामले की गहराई से जाँच की आवश्यकता है।​

📰 आगरा में पहले भी आ चुके हैं धर्मांतरण के मामले

​यह आगरा में धर्मांतरण का पहला मामला नहीं है। इससे पहले:​मार्च 2025: सदर की दो बहनें लापता हुई थीं, जिन्हें जुलाई में कोलकाता से मुक्त कराया गया था। उनका कथित रूप से मुस्लिम धर्म में धर्मांतरण कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने दिल्ली, गोवा सहित कई राज्यों से जुड़े 14 लोगों को पकड़ा था, जिनका नेटवर्क पाकिस्तान तक फैला होने की जानकारी मिली थी।​केदार नगर मामला: यहाँ भी ईसाई धर्म सभा के दौरान प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने का मामला उजागर हुआ था और शाहगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।​यह नया मामला एक बार फिर ज़िले में धार्मिक प्रलोभन और धर्मांतरण के प्रयासों को लेकर चिंताएँ बढ़ा रहा है।

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