हीट वेब से रहे सावधान -मुख्य चिकित्साधिकारी

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रिपोर्ट विकाश तिवारी

मिर्जापुर। गर्मी के दिनों में दिन प्रतिदिनबढ़ते गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्यविभाग की ओर से शनिवार को डाक्टरों केसाथ एक बैठक आयोजित की गई ।इस आशय की मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर छोटे लाल वर्मा ने दी।

        मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर छोटे लाल वर्मा ने बताया कि गर्मी केदिनों में हीट वेब से सावधान रहने की आवश्यकता है। इस सम्बन्ध में सभी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व प्रभारी चिकित्साधिकारियों समेत स्वास्थ्य कर्मियों को पत्र के माध्यम से मुस्तैदी के साथ केन्द्र पर तैनात रहने केलिए निर्देशित कर दिया गया है। इससमय किसी भी प्रकार की लापरवाहीको विभागीय स्तर से क्षम्य नही होगा।

         अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर अनिल ओझा ने बताया कि लू मानव शरीर के अंगों को प्रभावित करती है। इस कारण बुखार, उल्टी, सिर दर्द, शरीर में पानी कमी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। वातावरण के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए कम से कम निम्न सावधानियों रखनी चाहिए।

ग्रीष्म लहर से बचने के लिए क्या करेंः.

  1. प्रचार माध्यमों पर हीट वेब की चेतावनी पर ध्यान दें।
  2. अधिक से अधिक पानी पीये यदिप्यास न लगी हो तभी।
  3. हल्के रंग के पसीना शोषित करनेवाले हल्के वस्त्र पहने।
  4. धूप के चश्मेंए छाताए टोपी वचप्पल का प्रयोग करें।
  5. अगर आप खुले में कार्य करते हैतो सिर चेहरा हाथ पैरो को गीले कपड़ेसे ढके रहे तथा छाते का प्रयोग करें।
  6. यात्रा करते समय पीने का पानीअपने साथ अवश्य रखे।
  7. ओ0आर0एस0 घर में बने हुयेपेय पदार्थो जैसे नस्सी, चावल का पानी, नीबू पानी व छाछ का प्रयोग करें। जिससे कि शरीर में पानी की कमीकी भरपाई किया जा सके।
  8. हीट स्टोक, हीट रैश, हीट कैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी चक्कर आना सर दर्द, उबकाई पसीना आना, मूर्छा आदि को पहचाने।
  9. यदि मूर्छा या बीमारी अनुभव करते है तो तुरन्त चिकित्सकीय सलाह लेने का काम करें।
  10. जानवरों को छायादार स्थानों पररखें तथा उन्हे पर्याप्त मात्रा में पानीपीने को दे।
  11. अपने घरों को ठण्डा रखें परदे दरवाजे आदि का प्रयोग करें तथा सायंव रात के समय घर तथा कमरों कोठण्डा करने हेतु इसे खोल दें।
  12. बारम्बार स्नान करें।
  13. कार्यस्थल पर ठण्डे पीने का पानी रखे ध् उपलब्ध करायें।
  14. कर्मियों को सीधी सूर्य की रोशनीसे बचने हेतु सावधान करें।
  15. घर से बाहर होने की स्थिति मेंआराम करने की समयावधि तथा आवृत्ति को बढायें।
  16. गर्भस्थ महिला कर्मियों तथा रोगग्रस्त कर्मियों पर अतिरिक्त ध्यान देनाचाहिए।

ग्रीष्म लहर से बचने के लिए क्या न करेंः.

  1. बच्चो को खड़ी गाड़ियों में नछोड़े।
  2. दोपहर 12 से 03 बजे तक सूर्यकी रोशनी से अवश्य बचे।
  3. गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़ेन पहने।
  4. जब बाहर का तापमान अधिक होतब श्रम साध्य कार्य न करें।
  5. अधिक गर्मी वाले समय में खानाबनाने से बचे रसोई वाले स्थान को ठण्डा करने के लिए दरवाजे तथा खिड़कियों को खोल दे।
  6. चाय व काफी आदि का प्रयोग नकरें, क्योंकि यह शरीर को निर्जलीकरणकरने का काम करता है।

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