📰 दिल्ली धमाके की साजिश का पर्दाफाश: राम मंदिर और काशी विश्वनाथ भी थे निशाने परदिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट की जांच में सुरक्षा एजेंसियों को चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। फरीदाबाद से गिरफ्तार आतंकी मॉड्यूल की डॉ. शाहीन से पूछताछ में यह सामने आया है कि आतंकियों के निशाने पर सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि अयोध्या का राम मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर जैसे उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थल भी थे।
🚨 स्लीपर सेल सक्रिय, लेकिन मंसूबे नाकाम आतंकी वाराणसी और अयोध्या में भी बड़े धमाके करने की योजना बना रहे थे। गिरफ्तार शाहीन ने अयोध्या के स्लीपर मॉड्यूल को इन धमाकों को अंजाम देने के लिए ‘एक्टिवेट’ कर रखा था। हालांकि, स्लीपर सेल अपने नापाक इरादों को कामयाब कर पाता, उससे पहले ही फरीदाबाद में एटीएस और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में विस्फोटकों की एक बड़ी खेप बरामद हुई, जिससे यह बड़ी साजिश समय रहते टल गई।
🧕 आतंकी संगठन की भारत में ‘चीफ कमांडर’सुरक्षा एजेंसियों की जांच में पता चला है कि डॉ. शाहीन कुख्यात आतंकी मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर के नेतृत्व वाले आतंकी संगठन जमात उल-मोमिनात (Jamaat ul-Mominat) की भारत में चीफ कमांडर थी।शाहीन को जमात उल-मोमिनात में ऐसी लड़कियों को भर्ती करने की जिम्मेदारी मिली थी जिनकी सोच पहले से ही कट्टरपंथी हो। खासकर वह आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को निशाना बनाती थी।
🧠 ‘दौरा ए तस्किया’ ट्रेनिंग से होता था ब्रेनवाशशाहीन महिला आतंकियों के लिए “दौरा ए तस्किया” नामक शुरुआती प्रशिक्षण भी आयोजित करती थी। इस ट्रेनिंग के दौरान नई महिला सदस्यों का ब्रेनवाश किया जाता था। उन्हें यह समझाया जाता था कि जन्नत पाने के लिए भारत के खिलाफ ‘जिहाद’ करना जरूरी है।शाहीन खुद जैश की ‘दौरा आयत उल निसाह’ की ट्रेनिंग ले चुकी थी। उसे मजहब की किताबों का हवाला देते हुए महिलाओं को भी जिहाद के लिए प्रेरित करने का प्रशिक्षण दिया गया था।
🌐 ऑनलाइन क्लास और मुंतज़िमा बनाने की योजनाशाहीन का मुख्य लक्ष्य ज़्यादा से ज़्यादा ‘मुंतज़िमा’ (टीम लीडर) बनाना था, ताकि उनके ज़रिए बड़ी संख्या में महिलाओं को जैश-ए-मोहम्मद से जोड़ा जा सके। वह जैश की महिला ब्रिगेड जमात उल-मोमिनात से महिलाओं को जोड़ने के लिए ऑनलाइन क्लास की भी तैयारी कर रही थी।इस ब्रिगेड में खासकर उन भारतीय महिलाओं को शामिल करने की साजिश थी जिनके परिवार के पुरुष सदस्य पहले ही आतंकी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार हो चुके हैं और जो मानती हैं कि भारतीय हुकूमत ने उन्हें जानबूझकर फंसाया है।आगे की जांच: सुरक्षा एजेंसियां अब स्लीपर सेल के अन्य सदस्यों और शाहीन के नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं ताकि इस आतंकी साजिश के पूरे ताने-बाने को उजागर किया जा सके।
🕵️ दिल्ली ब्लास्ट: डॉ. शाहीन पर सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी कार्रवाईदिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की जांच और कार्रवाई तेज़ हो गई है। फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद से जुड़े आतंकी मॉड्यूल के खुलासों के आधार पर पूरे देश में तेज और समन्वित कार्रवाई की जा रही है।यहाँ दिल्ली पुलिस (या व्यापक रूप से सुरक्षा एजेंसियों) द्वारा की जा रही प्रमुख कार्रवाइयाँ दी गई हैं:
1. 🔍 एनआईए (NIA) को सौंपी गई जांच की जिम्मेदारीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकेत के बाद, दिल्ली ब्लास्ट की जांच का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दिया गया है, जो इस मामले की सभी कड़ियों को जोड़ते हुए व्यापक जांच कर रही है।
2. 👥 आतंकी नेटवर्क के अन्य सदस्यों पर शिकंजा * डॉ. परवेज अहमद अंसारी हिरासत में: डॉ. शाहीन के भाई डॉ. परवेज अहमद अंसारी को यूपी एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने लखनऊ से हिरासत में लिया है। उनके घर पर छापेमारी के दौरान लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड डिस्क जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनसे शाहीन, परवेज और एक अन्य संदिग्ध मुजम्मिल शकील के बीच लगातार संपर्क होने की पुष्टि हुई है। * अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी/हिरासत: फरीदाबाद मॉड्यूल के संबंध में महाराष्ट्र एटीएस ने ठाणे के मुंब्रा इलाके से एक शख्स को हिरासत में लिया है। इसके अलावा, श्रीनगर में तैनात डॉ. तजमुल अहमद मलिक को भी पूछताछ के लिए पुलिस ने पकड़ा है। * फरार संदिग्धों की तलाश: शाहीन के साथ काम करने वाला एक और संदिग्ध डॉक्टर उमर फ़रार है, जिस पर रेड फोर्ट के पास धमाके को अंजाम देने का संदेह है। उसकी तलाश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
3. 💣 बड़े पैमाने पर विस्फोटक बरामदगी * फरीदाबाद मॉड्यूल के मुजम्मिल शकील की निशानदेही पर धौज गांव के एक घर से करीब 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। * इस ठिकाने से वॉकी-टॉकी, 20 टाइमर, 20 बैटरी, घड़ी और कुछ केमिकल्स भी जब्त किए गए थे। * शाहीन की कार से राइफल और जिंदा कारतूस भी मिले थे, जो आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने का मजबूत सबूत हैं।
4. 📚 शाहीन के पुराने रिकॉर्ड की जांच * यूपी एटीएस ने शाहीन के पुराने कार्यस्थल, कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से उसके सेवा रिकॉर्ड और दस्तावेजों को जब्त कर लिया है। * जांच एजेंसियां अब उसके पुराने संपर्क, कॉलेज से अचानक गायब होने और बाद की गतिविधियों की बारीकी से छानबीन कर रही हैं।
5. 📞 विदेशी संपर्कों पर फोकसएनआईए अब डॉ. शाहीन के विदेशी संपर्कों की भी जांच कर रही है, खासकर जैश-ए-मोहम्मद और उसकी महिला विंग जमात उल-मोमिनात के प्रमुखों से उसके सीधे संबंध के मद्देनजर।ये कार्रवाइयाँ संकेत देती हैं कि एजेंसियां इस आतंकी मॉड्यूल को पूरी तरह से नष्ट करने और देश को दहलाने की बड़ी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए तेजी से काम कर रही हैं।









