बिहार चुनाव के बीच भूचाल! JDU उम्मीदवार अनंत सिंह गिरफ्तार, हत्या के मामले में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
🗞️ ब्रेकिंग न्यूज़: मोकामा से जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह गिरफ्तार!
🚔दुलारचंद यादव हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई, पुलिस पटना लेकर निकलीबिहार विधानसभा चुनाव के बीच मोकामा सीट से जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रत्याशी और बाहुबली नेता अनंत सिंह को पुलिस ने शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी दुलारचंद यादव हत्याकांड के सिलसिले में हुई है।
🚨 गिरफ्तारी की मुख्य जानकारी: *
गिरफ्तारी की वजह:
मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड में नामजद आरोपी होना। * गिरफ्तारी का स्थान:
पटना पुलिस की एक विशेष टीम ने बाढ़ स्थित कारगिल मार्केट से अनंत सिंह को हिरासत में लिया।
* गिरफ्तार किए गए लोग:
पटना के SSP कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि अनंत सिंह के साथ उनके दो सहयोगियों- मणिकांत ठाकुर और रणजीत राम को भी गिरफ्तार किया गया है।
* मौजूदा स्थिति:
पुलिस अनंत सिंह को बाढ़ से पटना लेकर निकली है।
🔍 क्या है दुलारचंद यादव हत्याकांड?
* यह मामला मोकामा के टाल इलाके में हुई गोलीबारी और झड़प से जुड़ा है, जिसमें जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की मौत हो गई थी।
* दुलारचंद के पोते की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में अनंत सिंह समेत कुल पांच लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था। * आरोप:
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने पहले गोली चलाई और फिर गाड़ी चढ़ाकर दुलारचंद यादव की हत्या कर दी।
* पोस्टमार्टम रिपोर्ट: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुलारचंद के शरीर पर अंदरूनी और बाहरी चोट के निशान मिले हैं, जिससे हत्या की पुष्टि होती है। यह भी बताया गया है कि अत्यधिक चोट और दबाव के कारण उनकी मौत हुई और उनके टखने में गोली भी लगी थी।
🗣️ पुलिस और प्रशासन का पक्ष:
* पटना के डीएम (DM) और एसएसपी (SSP) ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस कार्रवाई की जानकारी दी।
* एसएसपी ने बताया कि शुरुआती जांच, सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर यह गिरफ्तारी की गई है।
* पुलिस ने यह भी पाया कि अनंत सिंह घटना के वक्त अपने अन्य सहयोगियों के साथ मौजूद थे और आचार संहिता का उल्लंघन हुआ था।
* इस मामले की जांच अब सीआईडी को सौंप दी गई है और पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
⚡ राजनीतिक हलचल:
विधानसभा चुनाव के बीच बाहुबली नेता और जेडीयू प्रत्याशी की गिरफ्तारी से मोकामा ही नहीं, पूरे बिहार की राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया है। चुनाव आयोग भी इस घटना को लेकर एक्शन मोड में है और उसने मोकामा के तीन अफसरों पर गाज गिराते हुए रिपोर्ट तलब की है।











