बीजेपी को महिला अध्यक्ष मिलना तय! नड्डा के बाद कौन बनेगा पार्टी अध्यक्ष, जानें रेस में सबसे आगे कौन?

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भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा? इस सवाल पर चल रही चर्चा अब जल्द ही खत्म होनेवाली है। माना जा रहा है कि पार्टी किसी महिला को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना सकती है।

नई दिल्ली: सबसे बड़े सियासी दल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में करीब ढाई साल की देरी हो चुकी है। लेकिन, अब माना जा रहा है कि इस महीने निश्चित तौर पर केंद्र में सत्ताधारी दल को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। क्योंकि, ज्यादातर राज्यों को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल चुका है और नई कार्यकारिणी तय हो चुकी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में इन्हीं की ही भूमिका रहने वाली है। इस बीच खबर ये भी है कि बीजेपी को पहली महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकती है। इसके लिए जो नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में है वो है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का। ऐसा इसलिए क्योंकि निर्मला सीतारमण पीएम नरेंद्र मोदी की भरोसेमंद भी हैं और दक्षिण भारत से आती हैं। काफी पढ़ी-लिखी और कई भाषाओं की जानकार हैं।

बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही पार्टी!

दरअसल, केंद्र में पिछले 11 वर्षों से सत्ता पर काबिज बीजेपी इस बार बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही है। इसी क्रम पार्टी इस बार किसी महिला को बीजेपी की कमान सौंप सकती है। यह बीजेपी का वुमन फैक्टर ही है कि हाल में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव के बाद दिल्ली के सीएम पद की कमान महिला को सौंपी गई। इसीलिए आधी अबादी के फैक्टर को ध्यान में रखते हुए इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान पार्टी किसी महिला को सौंप सकती है। और इस नाम के लिए सबसे ज्यादा चर्चा निर्मला सीतारमण की हो रही है।

दक्षिण भारतीय होना बड़ा फैक्टर?

वित्त मंत्री के तौर पर कार्यरत निर्मला सीतारमण ने पार्टी में भी अपनी मजबूत पकड़ बना रखी है। केंद्र सरकार में भी करने का उनका लंबा अनुभव रहा है। और हाल ही में बीजेपी हेडक्वार्टर में उनकी जेपी नड्डा और पार्टी महासचिव बीएल संतोष के साथ मीटिंग भी हुई है। निर्मला सीतारमण का दक्षिण भारतीय होना भी एक बड़ा फैक्टर है। उनके अध्यक्ष बनने से पार्टी को दक्षिण भारत में विस्तार करने का रास्ता मिल सकता है।

आधी आबादी पर फोकस

बीजेपी ने महिलाओं को केंद्र में रखकर कई योजनाओं पर अपना ध्यान केंद्रित किया। पीएम मोदी ने महिला वोटर फोकस किया और चुनावों में महिलाओं की समस्याओं और उनके सामाधान की भी बात की।  और पार्टी को चुनावों में इसका लाभ भी मिला। शौचालय को महिलाओं के मान सम्मान से जोड़ा, उज्जवला योजना के तहत 10 करोड़ सिलेंडर दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना में महिलाओं को 60 प्रतिशत मालिकाना हक दिया और महिला रिजर्वेशन बिल संसद से पास कराया। ऐसे में पार्टी ने अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद की कमान महिला को सौंप कर एक नया दांव चलना चाहती है।

निर्मला सीतारमण का राजनीतिक करियर

देश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जेएनयू से निर्मला सीतारमण ने इकोनॉमिक्स में एमफिल की डिग्री हासिल की। उन्होंने 2008 में बीजेपी में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआतद की। 2010 में उन्हें वाकपटुता और आर्थिक मामलों की गहरी समझ होने के चलते राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों पर पार्टी के पक्ष को मजबूती से रखा और एक प्रखर वक्ता के रूप में अपनी पहचान बनाई। 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी बीजेपी सरकार में उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया और कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गईं।

मोदी सरकार में निर्मला की भूमिका

2014 से 2017 तक वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर उन्होंने काम किया। सितंबर 2017 में वे देश की पहली महिला रक्षा मंत्री बनीं। उन्होंने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण पर जोर दिया और कई रक्षा खरीद प्रक्रियाओं को गति प्रदान की। 2019 में प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें वित्त मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण विभाग सौंपा गया।

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