टेंट से शुरू हुआ तकरार ‘जय श्रीराम’ तक पहुंचा: एडवोकेट के जन्मदिन समारोह पर पुलिस-समर्थक आमने-सामने, CSP ने दी मुंहतोड़ प्रतिक्रिया
ग्वालियर: ‘जय श्रीराम’ के नारों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में तकरार, तनावपूर्ण हुआ माहौल
ग्वालियर। शहर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर चल रहे विवाद के बीच एक नया घटनाक्रम सामने आया है, जिसने तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। मंगलवार को हाई कोर्ट के एडवोकेट अनिल मिश्रा के जन्मदिन समारोह और सुंदरकांड पाठ के आयोजन को लेकर पुलिस और उनके समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए सड़क पर टेंट लगाने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद यह विवाद बढ़ गया। घटना तब और गरमा गई जब समारोह स्थल पर मौजूद लोगों ने पुलिस अधिकारी, सीएसपी हिना खान को कथित तौर पर ‘सनातन विरोधी’ कहकर उन पर सवाल उठाए।सूत्रों के मुताबिक, सड़क पर जमा भीड़ ने इस दौरान ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। जवाब में, सीएसपी हिना खान ने भी पीछे हटने के बजाय पूरे जोश के साथ खुद कई बार जोर से “जय श्रीराम” के नारे लगाए। उनका यह पलटवार सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और इसने शहर के माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया।पुलिस अधिकारी के ‘जय श्रीराम’ बोलने के वीडियो ने जहां एक ओर बहस छेड़ दी है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने तत्काल अतिरिक्त बल तैनात कर दिया और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए।फिलहाल, शहर में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद विभिन्न समुदायों के बीच एक तरह का तनाव व्याप्त है। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है। अंबेडकर प्रतिमा विवाद से शुरू हुआ यह मामला अब धार्मिक नारेबाजी और पुलिस की कार्रवाई के कारण एक संवेदनशील मोड़ पर आ गया है। प्रशासन पूरी सतर्कता बनाए हुए है।
