वाराणसी साइबर पुलिस ने वापस कराए 4.27 लाख रुपए क्रेडिट कार्ड बंद करवाने के नाम पर युवक से हुआ था फ्राड

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

वाराणसी की साइबर पुलिस की तत्परता से युवक के साइबर फ्राड हुए 4.27 लाख रुपए रिकवर करा लिए गए।

रिपोर्ट: पवन जायसवाल

जबकि जालसाजों ने झांसे में लेकर क्रेडिट कार्ड से पर्चेसिंग कर ली थी। पर तत्परता दिखाते हुए बैंक से संपर्क साध साइबर क्राइम पुलिस ने उक्त धनराशि होल्ड करवा ली। इस संबंध में साइबर क्राइम डीसीपी सरवणन टी ने जानकारी दी।18 जुलाई को की थी शिकायतडीसीपी क्राइम सरवणन टी ने बताया सारनाथ थाना क्षेत्र के रहने वाले अजीत कुमार यादव ने 18 जुलाई को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। अजीत ने बताया था की उनको क्रेडिट कार्ड कस्टमर केयर का कॉल आया और क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ने के संबंध में बताया गया। इसपर मैंने अपने कार्ड को बंद कराने की बात कही जिस पर कस्टमर केयर द्वारा एक लिंक भेजा गया और अपने कार्ड का विवरण कार्ड नं सीवीवी जन्म तिथि व नाम आदि भरने के लिये कहा गया जिसे वास्तविक कस्टमर केयर नम्बर समझकर उसके झांसे में आ गया व फ्रॉड का शिकार हो गया।क्रेडिट कार्ड से कर ली 4.27 लाख की परचेजिंगअजीत ने बताया- इसके बाद मेरे मोबाइल पर लगातार परचेजिंग के मैसेज आने लगे जबकि मैंने कहीं क्रेडिट कार्ड यूज नहीं किया था। इसपर मुझे शक हुआ तो पहले बैंक पहुंचा पर वहां से मदद नहीं मिली तो साइबर क्राइम थाने में संपर्क किया। डीसीपी क्राइम ने बताया- अजीत की शिकायत पर बैंकों को लेटर भेजकर उनके अकाउंट से हुए ट्रांजैक्शन को रोका गया और पैसे की रिकवरी करा दी गई इसके बाद डीसीपी क्राइम ने सभी लोगों से अपील करते हुए साइबर फ्राड से बचाव की जानकारी साझा की1. बैंक सम्बन्धित संवेदिशील जानकारी जैसे कि ओटीपी पिन सीवीवी आदि किसी के साथ साझा न करें।2. क्रेडिट कार्ड एक्टीवेशन / ब्लॉक / केवाईसी के नाम पर किसी भी व्यक्ति को बैंक सम्बन्धित संवेदनशील जानकारी उपलब्ध कराने से बचें।3. पुलिस अधिकारी सीबीआई कस्टम आदि के नाम पर कॉल कर आपको डिजिटल अरेस्ट की बात कही जाये तो सावधान रहें, डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई भी प्रावधान कानून में नहीं है।4. अपने मोबाइल फोन में किसी के कहने पर स्क्रीन शेयरिंग ऐप जैसे कि AnyDesk, Quick Support, TeamViewer आदि इंश्टाल न करें। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।5. गूगल सर्च पर कस्टमर केयर के नाम से उपलब्ध नम्बरों पर बिना जांचे-परखे विश्वास न करें।6. लोन केवल विश्वसनीय बैंक / आर्थिक संस्थान आदि से ही प्राप्त करें।7. OLX/Quikr/Facebook (Meta) आदि वेबसाइट पर उपलब्ध सामग्रियों का भुगतान बिना भौतिक सत्यापन व सघन जाँच के न करें।नोट- साइबर फ्राड होने पर तत्काल 1930 पर कॉल कर या www.cybercrime.gov.in पर या अपने नजदीकी थाने के साइबर हेल्प डेस्क या साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज कराएँ।

Leave a Comment

और पढ़ें

error: Content is protected !!