प्रबन्ध निदेशक, जल जीवन मिशन ने परियोजनावार कार्यो की समीक्षा कर ली जानकारी

प्रबन्ध निदेशक, जल जीवन मिशन ने परियोजनावार कार्यो की समीक्षा कर ली जानकारी

रिपोर्ट विकास तिवारी

मधा परियोजना के कार्यो पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कार्यवाई के निर्देश

 

जलापूर्ति वाले ग्राम पंचायतों से ग्राम प्रधान से प्राप्त करें प्रमाण पत्र

 

एस0टी0पी0 विशुन्दरपुर व अपर खजुरी पर निर्मित इन्टेकवेल का किया निरीक्षण

 

मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी बैठक में रहे उपस्थित, जिलाधिकारी ने जनपद के सिंचाई व पेयजल के

उपलब्धता के बारे में दी जानकारी

 

आंगनवाडी व प्राथमिक स्कूलों को भी योजना से किया जाए आच्छादित

 

मीरजापुर, 26 अप्रैल, 2024- सचिव नमामि गंगे ता ग्रामीण जलापूर्ति विभाग उ0प्र0 शासन/प्रबन्ध निदेशक, जल जीवन निगम ग्रामीण, उत्तर प्रदेश डा0 राजशेखर ने आज आयुक्त कार्यालय सभागार में मण्डलायुक्त डा0 मुथुकुमार स्वामी बी0 एवं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के साथ जन जीवन मिशन के सम्बंधित अधिकारी की बैठक कर परियोजना वार कार्य प्रगति की जानकारी ली। इसके पूर्व मडलायुक्त व जिलाधिकारी द्वारा मोमेन्टों प्रदान का स्वागत व अभिनन्दन किया गया।

बैठक में जनपद में कार्यरत मेघा एजेंसी के आंशिक जलापूर्ति पाया गया, उक्त् एजेंसी के द्वारा गलत रिपोर्टिग व उनके कार्यो में लापरवाही बरतने पर कार्यवाई के निर्देश दिये। बैठक में परियोजनावार इंटेकवेल,एसटीपी, पाइप बिछाने का कार्य, हाउस कनेक्शन, जलापूर्ति आदि कार्यो के बारे में बिन्दुवार जानकारी प्राप्त की। बैठक में इंटेकवेल में बांधो/डैम से लिये जाने वाले पानी की उपलब्धत एवं मांग के बारे में जानकारी ली गयी। इस दौरान बताया कि पयेजल हेतु 90 दिनों के लिये पानी डैम/बांधों में उपलब्ध है परन्तु सिंचाई के लिये पर्याप्त नहीं है। कार्यवाई संस्थाओं द्वारा ग्रामों में हाउस कनेक्शन एवं जलापूर्ति के बार में भी जानकारी प्राप्त की गयी। इस दौरान प्रबन्ध निदेशक ने कहा ऐसे गांवों की सूची बनाई जाए जहां पर 20 घर/परिवार से वाले एवं 20 घर/परिवार से कम वाले मजरे दूरी अथवा किन्ही अन्य कारणों से आच्छादित नहीं हा पा रहे हैं उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए ताकि वहां पर भी जलापूर्ति हेतु कार्ययोजना बनाकर आच्छादित की जा सके। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत ग्रामों में स्कूलों एवं आंगनवाडी केन्द्रों को भी आच्छादित किया जाए, वहां पर बनाये गये टंकी से पाइप लाइन को जोडा जाए। अधिकांश परियोजनाओं पर कार्यदाई संस्थाओं द्वारा बताया गया कि वि़द्युत आपूर्ति व बोल्टेज की समस्या के बारण परेशनियां आ रही है जिनके कारण मोटर ठीक से संचालित नहीं हो पा रही है। बताया गया कि यदि परियोजनाओं के लिये ही केवल व्यक्तिगत विद्युत फीडर/ट््रासफार्मर दिया जाए ठीक से संचालित हो सकती है। इस दौरान विद्यत विभाग द्वारा बताया गया कि कुछ स्थानों पर व्यक्तिगत लाइन के लिये आवेदन किया गया था वहां दिया गया। शेष स्थानों पर कामन लाइन से जोडा गया है, वहां पर बोज्टेज सही करने के लिये ट्ा्रंसफार्मरों की क्ष्मता वृद्धि की जा रही है। मेघा एजेंसी की सीडब्लूआर (भेडी) की जांच आख्या पर गलत रिपोर्टिंग पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये कार्यवाई के निर्देश दिये गये।

प्रबन्ध निदेशक द्वारा इस अवसर पर विशुन्दरपु में निर्माणाधीन एसटीपी का निरीक्षण कर कार्य के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। इसी प्रकार अपर खजुरी पहुॅचकर पानी का लेबल एवं उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। उन्होंने कहा कि परियोजना का उद्देश हर घर को पानी उपलब्ध कराना हैं जहां पर अभी परियोजना से पानी नहीं जा पा रहा है वहां पर टैक्रों के द्वारा पानी उपलब्ध कराई जाए ताकि गर्मी के दिनों में पेयजल की दिक्कत न होने पाएं। उन्होंने पशुओं, जीव जन्तुओं के लिये भी तालााबों, पोखरों को भरने का निर्देश दिया।

इस दौरान जिलाधिकारी पिंयंका निरंजन, ज्याइंट मजिस्ट््रेट आलोक कुमार, संयुक्त विकास आयुक्त् रमेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, सहित अधिषासी अभियन्ता जल निगम, सिंचाई, विद्युत सहित अन्य एजेसी के अधिकारी उपस्थित रहे।

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