VARANASI NEWS
रिपोर्ट रोहित सेठ
भिखारियों को उद्यमी बनाने वाले Beggars Corporation में मार्च 2027 तक वाराणसी को 3 वर्षों में भारत का हि 100 दिनों का नागरिक जागरूकता अभियान किया है। यह लोगों से अपील की है कि और कमाने के लिए निगम को भेज दें।
दान न करें, भिखारियों को काम करने और कमाने के लिए बीभी भेजें “दान न करें, निवेश करें” आह्वान देने का Corporation NGO नहीं है। गोदान जैता है और दान देता है। DPUT pe सोशल इम्पैक्ट स्टार्टअप के रूप में मान्यताप्राप्त एक सौजनमें उसको सर्वश्रेष्ठ सम्पैक्ट पुरस्कार से सम्मानित किया ag Profit with Porpose – વાવાળી રે. માઉલ 2023 મેં પરen date albiz सलाहकार डॉ. कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने इसे “First of its kind in the world” कर दिया है। यह करने और कमाने के लिए अपने में भेजने की अपील करती है।
भिखारी भी प्रति माह 12,000 कमाते हैं
बीसी के एक सर्वेक्षण के अनुसार, वाराणसी में लगभग 6,000 भिखारी है जिसमें मिल है। बीपीका के साथ आयु वर्ग के सक्षम शरीर वाले भिखारियों को टागेट करता। है। अप्रैल 2024 में 50 भिखारी परिवारों से भिखारी परिवारों को स्थायी विकल्प्रदान करेगा। अबतक बीती 17 विद्यापरिवारों को चीज से बाहर है, जो चिज लगे हुए है और सम्मान के साथ कमाई कर रहे हैं। ऐसे है जब विरहने के उद्यमिता प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभा 12,000 बीसी भिखारियों को प्रति माह 10,000 रुपये और 3 साल के बाद लाख की आजीविका देने के लिए उनके पर हस्ताक्षर कर रहा है। यह एक अनोखा उदाहरण है जहां भिखारियों को कन्पनियों में हिस्सेदारी मिलती है और कान में 4.6 1000
एक भिखारी को काम करने के लिए प्रेरित करें और इनाम के रूप में 1000 रुपये पाएं
इसकी बाइक सूची में देश की इन्ट्री एसोसिएशन happऔर भाजपा राष्ट्री कार्यालय शामिल है।
असली भिखारियों के लिए आई-कार्ड
केपीचंद मिश्रा ने सरकार विशेषकर जिला प्रशासन से वाराणसी में असली चिखारियों की पहचान करने और उन्हें पहचान पत्र जारी करने के लिए एक उचित सर्वेक्षण, verification alt motivation कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया है।
सुप्रीम कोर्ट जाने का तैयारी जिस मुक्त वाराणसी को भिक्षा-गुरू समाज का एक पायलट मॉडल के रूप में मान्यता देने के लिये Beggars Corporation में देश के सर्वोच्च व्यापाल का दरवाजा खटखटाने की भी तैयारी कर रहा है। एक बार यह सफल हो जाए तो इसे अन्य भी दोहराया जा सकता है।