जीवित राष्ट्र नायक सुभाष चंद्र बोस को मृत घोषित करने का महापाप किया कांग्रेस ने।

रोहित सेठ

सुभाष चंद्र बोस सायगान से आगे एक पुस्तक है जिसके लेखक श्यामाचरण पांडे इंटेलिजेंस ब्यूरो डीसी आइओ (गृह मंत्रालय भारत सरकार) पद पर सेवा दे चुके हैं। इस पुस्तक में बहुत सारे साक्ष्यो के साथ प्रमाणित किया गया है कि सुभाष चंद्र बोस जी की मृत्यु हवाई घटना में नहीं हुई थी। सच्चाई यह है कि 1945 को महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र सायगान से उड़कर तिब्बत और पुनः भारत वापस आए थे। भारत मे साधु भेष में शारदानंद ब्रह्मचारी वास्तव में सुभाष चंद्र बोस थे। लेखक के पिता स्वर्गीय कृष्णनाथ पांडे शारदानंद ब्रह्मचारी के साथ 26 वर्ष सेवा में व्यतीत किये और बहुत सारे साक्ष्य और प्रमाण एकत्रित किए जो यह साबित करते हैं कि शारदानंद ब्रह्मचारी ही सुभाष चंद्र बोस थे।
प्रेस वार्ता में श्यामाचरण पांडे जी के साथ अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष डॉक्टर गीता रानी ने कहा कि अपराध और आयोग( शाहनवाज जांच समिति , खोसला जांच समिति) की राजनीति कांग्रेस सरकार के कुशल खिलाड़ियों द्वारा अपने राष्ट्र नायक को जीवित ही मृत घोषित करने का महा पाप किया गया है। अब समय आ गया है की सच्चाई सामने आए इसलिए मैं श्याम चरण पांडे जी का सहयोग और समर्थन करती हूॅ।
श्यामाचरण पांडे ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी( भारत सरकार ) से आग्रह है कि सुभाष चंद्र बोस जी से संबंधित प्रकरण का पुनः जांच करावे और संत शारदानंद को नेताजी घोषित करें।

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