कुष्ठ रोगी अभियान शुरू 1843933 लोगों का होगा परीक्षण सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो से हुआ अभियान की शुरूआत

 

ज्ञानपुर। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में 30 जनवरी से 13 फरवरी 2024 तक अभियान चलाया जायेगा। इस आशय की जानकारी बुधवार को कार्यक्रम की शुरूआत के अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित बैठक के दौरान भौतिक मनोचिकित्सक डॉक्टर मनोज तिवारी ने दी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर सन्तोष कुमार चक ने बताया कि कुष्ठ रोग अनुवंशिक नही है। यह बीमारी बैक्टीरिया से होती है। यदि इसकी समय से पहचान व जांच हो जाए तो उपचार से यह एक वर्ष के अन्दर ही ठीक हो जाता है।
नोडल व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर जेसी सरोज ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी का हिस्सेदारी बहुत आवश्यक है। उन्होने लोगों से अपील किया है कि विभाग द्वारा गठित टीम के घर पहुंचने पर उनका सहयोग करने का कार्य करें । ताकि लक्षण वाले व्यक्ति को सही जानकारी उपलब्ध हो सके।
जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉक्टर विनोद मिश्र ने बताया कि अभियान के संचालन के लिए विभाग ने 1323 टीमों का गठन किया है। इनके सहयोग के लिए 165 सुपरवाइजरों को भी लगाया गया है। इसके साथ ही जिले के 1843933 लोगों का परीक्षण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

कुष्ठ रोग के लक्षण व सुविधा
कुष्ठ रोग में शरीर की चमड़ी पर हलके पीले अथवा ताम्बे के रंग का सुन्न दाग या चकत्ता होता है जिसको छूने पर पता नहीं चलता है। समय रहते इलाज के अभाव में यह चकत्ता बढ़कर गंभीर रूप धारण कर लेता है। इससे अंगों मे विकृति आ जाती है। इसलिए समय रहते यथाशीघ्र इस रोग का इलाज कर रोग मुक्त हो जाना चाहिए। इससे सम्बंधित औषधियाँ सभी सरकारी अस्पताल मे मुफ्त मे उपलब्ध हैँ। विकृतियों को ऑपरेशन के द्वारा ठीक किया जा सकता है। तथा जो रोगी विकलांग हो जाते हैं उनका विकलांग प्रमाण पत्र भी कुष्ठ रोग विभाग द्वारा बनाया जाता है तथा सरकार के द्वारा उन्हें 3000 रूपये प्रति माह पेंशन भी दी जाती है।

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