अन्र्तराष्ट्रीय मसाला बाजार में भारत का अपना एक विशिष्ट स्थान -अनुप्रिया पटेल

अन्र्तराष्ट्रीय मसाला बाजार में भारत का अपना एक विशिष्ट स्थान -अनुप्रिया पटे

 

विकास खण्ड सीखड़ में आयोजित मसाला महोत्सव का मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री ने दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारम्भ

 

वर्ष 2022-23 में दुनिया भर के विभिन्न स्थानो पर 31761 करोड़ रूपये मूल्य का कुल 14,04,357 टन मसाले और मसाला उत्पादो का किया गया निर्यात

 

भारत में मसाला उद्योग की असीम सम्भावनाए -केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राजयमंत्री

 

चुनार निर्यात सुविधा केन्द्र के लिये 29 करोड़ की स्वीकृति

 

मीरजापुर 10 दिसम्बर 2023- विकासखंड सीखड़ क्षेत्र में किसानों द्वारा मिर्च की भारी मात्रा में खेती को देखते हुए मशाला महोत्सव व क्रेता विक्रेता बैठक का आयोजन पूरनपट्टी स्थित जेएमएस पैलेस लान में किया गया। मसाला महोत्सव का मा0 केंद्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार  अनुप्रिया पटेल द्वारा फीता काटकर व दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया गया। आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  केंद्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुये कहा कि यह कार्यक्रम केंद्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय व गृह मंत्रालय के अंतर्गत भारत सरकार की स्पाइसेस बोर्ड आफ इंडिया के सहयोग से किया गया है। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से आए कृषि वैज्ञानिक, स्पाइसेस बोर्ड के अधिकारियों और मशाला उत्पादक कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की व किसानों को संबोधित करते हुए उनको बेहतर उपज पैदा करने और उनको कब और किसको बेचा जा सकता है जिससे किसान ज्यादा से ज्यादा मुनाफा प्राप्त कर सकें। कार्यक्रम में एफपीओ और मशाला कंपनियों द्वारा अपने अपने स्टाल लगाकर उत्पादों की जानकारी किसानों को दी गई। किसान अपने उपज को सीधे निर्यातकों को बेच सकें जिससे भारतीय मशाले गुणवत्ता बढ़ाने के साथ हीं उसका निर्यात विदेशों में ज्यादा से ज्यादा किया जा सके जिससे किसानों को भी ज्यादा से ज्यादा आय प्राप्त हो सके। किसानों को सरकार विभिन्न योजनाओं का सीधे लाभ कैसे लिया जाए इसकी भी जानकारी दी गई जिससे किसान स्वयं अपने उत्पाद को विदेशों में भी निर्यात कर सकेगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिथि मा0 केंद्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मशाला के हम बहुत बड़े उपभोक्ता और निर्यातक भी है। मीरजापुर में मशाला में उपयोग होने वाली फसलों की खेती कम होती है। यहां किसान केवल गेहूं, धान जैसे पारंपरिक खेती से हटकर मशाले में उपयोग होने वाली फसलों की खेती करें जिससे किसानो की आय को बढ़ाया जा सके। उन्होने कहा कि भारत के मशाले पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो रहा है और इधर कुछ वर्षों में यह बहुत तेजी से बढ़ा है। हम भारत के किसानों को ऐसी सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं जिससे वर्तमान आवश्यकताओं को देखते हुए किसान भी ऐसे फसलों की खेती करें जिससे उनको ज्यादा से ज्यादा मुनाफा मिल सके और आप समृद्ध हो सके। उन्होने कहा कि हम अपने युवाओं के लिए सोच और नवीन अवसर लेकर आ रहे हैं जिससे युवाओं को, किसानों को ज्यादा से ज्यादा अवसर मिल सके और उनको नवीन जानकारी मिल सके जिससे मशाले की खेती को बढ़ावा मिले और किसानो को समृद्ध बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि आज पूरा वाणिज्य मंत्रालय यहां आया है जिससे हम आपको ज्यादा से ज्यादा जानकारी उपलब्ध करा सके। हमसार सरकार की सोच है कि देश के प्रत्येक जिले को वहां के उत्पाद के हिसाब से उसको बढ़ावा देकर उसको निर्यात का हब बनाया जा सके। मा0 केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मसाले हमारे भोजन का स्वाद बढ़ाते है जिसे हम हमेशा उगाते आये है और उपयोग करे रहें। दुनिया में भी भारत के मसालों की बड़ी मांग है इसे काफी पसंद किया जा रहा हैं। उन्होने कहा अंतर्राष्ट्रीय बाजार का एक विशिष्ट स्थान है भारत में न केवल बड़ी मात्रा में मसाला उत्पादन होता है बल्कि भारत के मसालो की ििवधिता और उत्तम गुणवत्ता इन्हे विशेष बनाते हैं। उन्होने कहा कि कश्मीर के सुगंधित केसर से लेकर पश्चिमी घाट की इलायची मंत्रमुग्ध करने वाली सुगंध प्रत्येक मसाला हमारे देश की पाक कौशल की कहानी कहते हैं।

मा0 मंत्री ने कहा कि हमारे देश का मसाला उद्योग प्रचीन काल से ही मसाला क्षेत्र में दुनिया का सबसे अग्रणी रहा हैं। वर्षो से भारत मसालो और मसाला उत्पादन के एक प्रमुख उत्पादक उपभोक्ता और निर्यातक के साथ-साथ मसालों के पंसस्करण और मूल्यवर्धन में एक विशिष्ट केन्द्र के रूप में शीर्ष स्थान बनाये रखा हैं।

 

प्रमुख उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक के साथ-साथ मसालों के प्रसंस्करण और मूल्य वर्धन में एक वैश्विक केंद्र के रूप में शीर्ष स्थान बनाए रखा है।

 

मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री अपने सम्बोधन में बताया कि वर्ष 2022-23 में, दुनिया भर के विभिन्न स्थानों पर 31,761 करोड़ रुपये (3.95 बिलियन अमेरिकी डॉलर) मूल्य का कुल 14,04,357 टन मसाले और मसाला उत्पादों का निर्यात किया गया था। भारत के मसाला उद्योग में असीम संभावनाएं हैं। मसाला क्षेत्र ने मूल्यवर्धन पर ध्यान केंद्रित करके 2030 तक 10 बिलियन डालर के मसालों और मसाला उत्पादों के निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया है। आज इस क्षेत्र में प्रगति को देखकर मुझे विश्वास है कि मसाला उद्योग के पास इस लक्ष्य को प्राप्त करने की अपार क्षमताएं हैं। उन्होने कहा कि मेरा मानना है कि उत्तर प्रदेश मसाला क्षेत्र की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पवित्र गंगा और उसकी सहायक नदियों से समृद्ध, यह क्षेत्र उपजाऊ मिट्टी और पर्याप्त सिंचाई सुविधाओं की उपलब्धतता के कारण राज्य में कृषि को फलने-फूलने में सहायक हैं। देश में खाद्यान्न के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध, उत्तर प्रदेश राज्य पुदीना, हींग, लहसुन, मिर्च और मसाला बास्केट में कई अन्य मसालों के उत्पादन और प्रसंस्करण के लिए जाना जाता है। राज्य में मसालों की खेती योग्य कुल क्षेत्र 4,03,518 हेक्टेयर है, जो 2,77,650 टन का उत्पादन करता है। यह सिर्फ आंकड़े नहीं हैं यह हमारे किसानों के परिश्रम और समर्पण को दर्शाते हैं जो मसालों के उत्पादन के लिए अथक प्रयास करते हैं। मा0 मंत्री ने कहा कि राज्य में सबसे अधिक उत्पादित मसाला लहसुन है, इसके बाद मिंट और लाल मिर्च का स्थान है। पुदीना (मेंथा अरर्वेसिस) और पुदीने के उत्पाद भारतीय मसालों के निर्यात बास्केट से शीर्ष पांच सबसे अधिक निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में से एक हैं। सर्दी और खांसी की दवाओं और संबंधित फार्मास्यूटिकल्स, डेंटिफिस, सौंदर्य प्रसाधन, माउथवा मश, तंबाकू उत्पादों में सुगंध और पेय पदार्थों के स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किए जाने वाले मिंट उत्पादों का देश से 26,708 टन निर्यात किया जाता है, जिसकी कीमत 3,574 करोड़ रुपये है। उत्तर प्रदेश क्षेत्र और उत्पादन में अग्रणी मेंथा उत्पादक राज्य है और राज्य में मिंट की खेती 3,00,000 हेक्टेयर से अधिक होती है। मा0 केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मसाला खंड में एक और प्रमुख उद्योग जो उल्लेखनीय है, वह है हाथरस में प्रसंस्कृत हींग। हींग के बिना पूरे भारत में व्यंजनों की कल्पना भी नहीं की जा सकती है जो अचार, कचैड़ी से लेकर सांभर तक के स्वाद को दोगुना कर देता है। हाथरस हींग को हाल ही में प्रतिष्ठित जी.आई टैग प्राप्त हुआ है। पकवानों में प्रयोग के अतिरिक्त, मसाले आंतों और श्वसन- तंत्र और तंत्रिका तंत्र के लिए औषधीय रूप में कार्य भी करता है। यह अस्थमा, काली खांसी और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस में उपयोगी है और पाचन में सहायक होते हैं। उन्होने कहा कि मसाले हमारे देश की विविधता के प्रतीक हैं, जिनमें से कुछ के आज यहां प्रदर्शनी-क्षेत्र में स्टॉल लगाए गए हैं। मुझे यह देखकर अत्यंत प्रसन्नता है कि मसाला बोर्ड, एपीडा, आईसीएआर-आईआईवीआर और सीएसआईआर-सीमैप जैसे विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा पैदावार में वृद्धि, बेहतर बाजार पहुंच और बेहतर आर्थिक अवसरों में समन्वय स्थापित कर रहे हैं और इस क्षेत्र में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। यह सामंजस्य इस क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देते हुए मसाला क्षेत्र के विकास और परिणामस्वरूप, एक मजबूत और समृद्ध अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होेने कहा कि हमारे मंत्रालय का प्रयास है किएक निर्यात सुविधा केन्द्र बने, इसी के दृष्टिगत जनपद मीरजापुर के चुनार में निर्यात सुविधा केन्द्र निर्माण किया जा रहा है जिसके लिये हमारे मंत्रालय द्वारा 29 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी हैं। हमारा प्रयास है कि यहां के लोग आगे बढ़े, आर्थिक रूप से सम्पन्न हो, बेहतर कार्य करते हुये अपने आमदनी को बढ़ाये ताकि परिवार में खुशहाली आ सके। मा0 केन्द्रीय मंत्री कहा कि एपीडा मसाला बोर्ड, एम्पीडा का एक्सपोर्ट एक्सीलेंसी काउसिंल एक विशेषता रखते है कि यदि किसी सामान को बेचना है तो उसकी पैकेजिंग कैसी होनी चाहियें। उन्होने कहा कि अन्य फसलो के साथ मसाला भी एक उभरता हुआ नया क्षेत्र है हम बाजार में कभी कोई सामान की पैकेजिंग देखकर आकर्षित होते है। पैकेजिंग भी उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिये एक विशेषता रखती हैं। किसी भी सामान की पैकेजिंग कैसी की जाय उसमें बहुत सी बातो का ध्यान रखना पड़ता हैं।

इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री का स्वागत व अभिनन्दन करते हुये कहा कि उद्यान विभाग के सहयोग से मसाला की खेती को बढ़ावा देने का प्रयास किया जायेगा।

 

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष भाजपा बृजभूषण सिंह, जिला अध्यक्ष अपना दल राम लौटन बिंद, राष्ट्रीय सचिव मेघनाथ पटेल, राष्ट्रीय सचिव युवा मंच अजीत सिंह पटेल, राष्ट्रीय सचिव युवा मंच दिव्यांशु पटेल उर्फ दीपू सिंह, ब्लॉक प्रमुख सत्येंद्र कुमार सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अनिल सिंह, प्रदेश सचिव रामवृक्ष बिंद, प्रदेश सचिव पंचायत मंच राजेंद्र प्रसाद सिंह, प्रदेश सचिव पंचायत मंच विजय प्रधान, जिला मंत्री भाजपा गौरव उमर, जिला उपाध्यक्ष राधेश्याम पटेल, जिला उपाध्यक्ष राजकुमार पटेल, जिला महासचिव सुरेश सिंह पटेल, जिला मीडिया प्रभारी शंकर सिंह चैहान, किसान यूनियन के नेता राजेंद्र प्रसाद साहनी, बजरंगी कुशवाहा, धर्मदेव उपाध्याय, भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रमोद पांडे, जोन अध्यक्ष सुखराज पटेल, जोन अध्यक्ष राम सहाय पटेल, शैलेश पटेल, एडवोकेट संतोष विश्वकर्मा, कृषि वैज्ञानिक डाॅ संजय कुमार व डाॅ इंडिवर प्रसाद, स्पाइसेस बोर्ड आफ इंडिया के सेक्रेटरी डी साठीयान आईएफएस, स्पाइसेस बोर्ड आफ इंडिया की डायरेक्टर डाॅ एबी रेमाश्री व डायरेक्टर डी एन झा, धर्मेंद्र दास, डिप्टी डायरेक्टर सपना तोमर, एपीडा के आनंद शर्मा, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल, उपजिलाधिकारी चुनार न्यायिक विजय नारायण सिंह, क्षेत्राधिकारी चुनार उमाशंकर राय, सीखड़ ब्लाक प्रमुख सतेंद्र कुमार सिंह, भाजपा के मण्डल अध्यक्ष प्रमोद पाण्डेय, अपना दल एस के मण्डल अध्यक्ष मेघनाद सिंह के साथ हीं विभिन्न गांवों के ग्राम प्रधान व हजारों की संख्या में महिलाएं और किसान मौजूद रहे।

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