पेंशन भीख नहीं, हमारा अधिकार है : डॉ0 प्रमोद जेडी कार्यालय पर माध्यमिक शिक्षकों का धरना प्रदर्शन 25 सूत्री मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा
रिपोर्ट विकास तिवारी
मीरजापुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की मंडलीय इकाई द्वारा संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पर शनिवार को विशाल धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री को संबोधित 25 सूत्री मांगों का ज्ञापन संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपा गया।
इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व एमएलसी डा0 प्रमोद कुमार मिश्र ने कहा कि पुरानी पेंशन भीख नहीं, हमारा अधिकार है। प्रदेश का हर शिक्षक इसके लिए अंतिम सांस तक लड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सरकार के मोहरे बनकर शिक्षकों के खिलाफ फर्जी संगठन बनाकर शिक्षकों को गुमराह कर रहे हैं। जबकि वर्तमान में मिलने वाली सभी परिलब्धियां ओमप्रकाश शर्मा के कारण प्राप्त हो सकीं। इसलिए सरकार की अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो कि नीति के खिलाफ निर्णायक एकजुटता का परिचय देना होगा।
पूर्व प्रदेश महामंत्री इंद्रासन सिंह ने कहा कि सरकार मनोवैज्ञानिक तरीके से विद्यालयों से शिक्षा समाप्त कर रही है। शिक्षक राष्ट्र निर्माता की भूमिका में है। उसे सरकार के छद्म को समझना भी होगा और विद्यार्थियों को वास्तविक शिक्षा से संपन्न भी करना होगा। मंडल अध्यक्ष केदार नाथ दूबे ने आठवें वेतन आयोग के गठन, तदर्थ शिक्षकों का विनियमितिकरण, चयन बोर्ड की धारा 12, 18 और 21 को बहाल करने, कैशलेश इलाज, वित्त विहीन शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग की। कार्यक्रम की अध्यक्षता केदार नाथ दूबे और संचालन मंडल मंत्री गणेश प्रसाद सिंह ने किया। कार्यक्रम को क्रमशः जिलाध्यक्ष मिर्जापुर सत्यभूषण सिंह, जिलामंत्री डॉ0 रमा शंकर शुक्ल, सोनभद्र सुनील कुमार राव, संतोष कुमार मौर्य, भदोही मनोज कुमार पांडेय,शिवशंकर यादव, जितेंद्र बहादुर सिंह, कौशल कुमार सिंह, सुशील कुमार मिश्र, बलवंत सिंह, रश्मि, डॉ0 धर्मराज सिंह, अरविंद दूबे, रामसागर यादव, अभिलेख सिंह, डॉ0 दिनेश चौरसिया, पूनम उपाध्याय, डॉ0 ओमप्रकाश उपाध्याय, मणिशंकर यादव, डॉ0 रजनीश पाठक, सरफराज, कामरान शाह, राकेश कुमार सिंह, भुवनेश्वर पांडेय, शैलेन्द्र सिंह आदि ने संबोधित किया।