रिपोर्ट उदय प्रकाश पांडेय
चंदौली
पड़ाव क्षेत्र के जलीलपुर चौरहट सेमरा कटेसर व्यासपुर मदियाइत्यादि गांव का दर्जनों ताजिया मढिया स्थित कर्बला में दफन हुआ दूसरी तरफ नाथूपुर गोरैया नई बस्ती मन्नापुर इत्यादि गांव का ताजिया नाथूपुर कर्बला में दफन हुआ ।विदित हो कि मुस्लिम बंधुओं का यह पर्व हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों द्वारा दिए गए बलिदान को गम के रूप में मनाते हैं यह पर्व की शुरुआत मोहर्रम की चांद के दिन से शुरू हो जाता है जो घरों मस्जिदों इमामबाड़ा में गम मजलिसो का दौर शुरू हो जाता है त्याग व बलिदान का पर्व मुहर्रम की दसवीं तारीख को यौमे आशुरा मनाया जाता है इस दिन शिया समुदाय के लोग रंग-बिरंगे लिबास छोड़कर काला लिबास पहनकर या हुसैन या हुसैन करते हैं तो दूसरी तरफ महिलाएं भी इस गम के दिन को मनाती हैं