(एनडीआरएफ) की टीम ने आज दशाश्वमेध घाट, वाराणसी पर अपनी अद्वितीय तत्परता और मानवीय सेवा का परिचय दिया

एनडीआरएफ द्वारा त्वरित चिकित्सा सहायता*राष्ट्रीय आपदा मोचन बल। एनडीआरएफ की टीम गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर जल गश्त कर रही थी, तभी एक अप्रत्याशित घटना घटी। राजस्थान के पाली जिले की 54 वर्षीय महिला, कुशुम गंगा नदी में पवित्र स्नान करने की तैयारी कर रही थीं, तभी वे अचानक घाट पर गिर पड़ीं।घटना को देखकर एनडीआरएफ टीम ने बिना समय गंवाए त्वरित कार्रवाई की

। टीम तुरंत मौके पर पहुंची और महिला को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की। इसके बाद, टीम ने तत्काल एंबुलेंस बुलाई और महिला को सुरक्षित रूप से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। उनकी त्वरित और साहसिक कार्रवाई ने न केवल महिला की जान बचाई, बल्कि एनडीआरएफ की प्रतिबद्धता और दक्षता को भी उजागर किया।यह उल्लेखनीय है कि उपमहानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में एनडीआरएफ के बचावकर्मी दिन-रात काशी के गंगा घाटों की निगरानी करते हैं और किसी भी आपात स्थिति में अविलंब राहत और बचाव कार्य करते हैं

।एनडीआरएफ नागरिकों की सुरक्षा और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए समर्पित है। दशाश्वमेध घाट पर आज का यह उदाहरण एनडीआरएफ के आदर्श वाक्य, “आपदा सेवा सदैव तत्पर” का सजीव प्रमाण है।

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