एक पिता ऐसा जो बेटे को टीम इंडिया में जगह दिलाने के लिए लोगों की मिन्नते कर रहा मिजापुर।
रिपोर्ट विकास तिवारी
विंध्यवासिनी नगरी से आशीर्वाद प्राप्त कर सचिन की राह पर चल रहे युवा प्रतिभाशाली विनायक चौरसिया ने अपने मां बाप ही नहीं बल्कि जनपद का नाम रौशन किया है। आगे बताते चलें लगातार चार क्रिकेट मैचो में युवा प्रतिभाशाली विनायक चौरसिया को तीन बार मैन ऑफ द मैच पुरस्कार दे सम्मानित किया जा चुका है। विंध्याचल से मुंबई पहुंचे जय चौरसिया के पुत्र विनायक चौरसिया को बचपन काल से ही क्रिकेट खेलने व लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ते आए है। विनायक चौरसिया क्रिकेट जगत में अपने क्षेत्र कुल खानदान परिवार का नाम रोशन कर आज मुंबई हैरी शील्ड अंडर 16 ट्रॉफी में खेलते हुए 79 बाल पर 160 रन बनाकर एक नए सचिन और सहवाग के रूप में अपनी प्रतिभा की चमक दिखा रहे हैं। आगे बताते चलें कि 8 इनिंग की पारी खेलते हुए विनायक चौरसिया ने 490 रन बनाया जिसमें एक शतक 160 रन और 5 अर्ध शतक भी लगाया। सफर अभी खत्म नहीं हुआ बोलिंग करते हुए विनायक चौरसिया ने 24 विकेट लेकर हैरिस शील्ड प्रतियोगिता के बेस्ट आल राउंडर के रूप में उभर कर सामने आया। लेकिन यूपी वालों के साथ भेदभाव करते हुए उन्हें आगे खेलने के लिए रोक दिया गया जिसके लिए पिता लोगो की मिन्नते करता फिर रहा है।हरफनमौला आल राउंडर विनायक चौरसिया के पिता खुद एक नामी कलाकार है जो गीतों व भक्ति गानों से लोगों के दिलों पर राज करते हैं। बेटे की कला के कायल जय चौरसिया से दूरभाष से बात करने पर बेटे के लिए कहा कि बेटा विनायक जनपद का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखने के लिए घर से निकाला है और खुशी इस बात की है कि आज बेटे विनायक द्वारा 79 बाल खेलकर 160 रन बनाया है, जिससे मन गदगद है।