सरकार के सख्ती के बाबजूद, मिलावटी रोजमर्रा की खाद्य पदार्थों की बिक्री जोरों पर।
रिपोर्ट विकास तिवारी
मड़िहान मिर्जापुर खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी करके अधिक मुनाफा कमाने चक्कर में मुनाफ़ाख़ोर जनता के जानें लेने में तनिक कसर नहीं छोड़ रहे हैं। आये दिन फ़ुड प्वाइजनिंग से लोगों की मौतें हो रही है । सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में मिलावट खोरी चरम सीमा पर है। मुनाफा खोरी सरकार की सर दर्द बढ़ा दी है। मिलावट खोरों से आजिज आकर सरकार जगह जगह पर लगातार मुनाफाखोरों पर शिकंजा कस रही है। मिलावट खोरों को जेल भेजने में तनिक भी कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। वहीं बात करें मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री करने वालों की तो ,सरकार के सख्ती के बाबजूद भी इनपर कोई असर नहीं पड़ रहा है।धड़ल्ले से मिलावटी रोजमर्रा की वस्तुओं की बिक्री कर रहे हैं। मड़िहान बाजार से लेकर कलवारी बाजार, दीपनगर बाजार, रजौहां बाजार के किरानों की दुकानों पर मिलावटी रोजमर्रा की खाद्य पदार्थ मिल जायेंगी। वहीं लोगों ने बताया कि सुगापांख में आदर्श इंटर कालेज के सामने उच्चतर प्राथमिक विद्यालय के करीब परचुन की दुकानों पर मिलावटी तेल, मिलावटी चायपत्ती, मिलावटी मसाले, हल्दी पाउडर, नक़ली नमक , आदि अधिक मात्रा बिक रहें हैं। नकली पदार्थ खाकर लोग बीमार हो जा रहें हैं। मिलावट की कहर रोजमर्रा की वस्तुओं पर बहुत अधिक पड़ रहा है। आगामी त्योंहारों के चलते ज्यादातर खाद्यान्न सामाग्रियों में मिलावट किया जा रहा है। मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन करके लोग असाध्य रोगों के गिरफ्त में आ रहे हैं। कहीं-कहीं बाजारों में रात के अंधेरे में मिलावटी सामाग्रियों से भरीं गाडियां मिलावटी सामान उतारते देखी जाती है। इसे क्या कहें फ़ुड विभाग की लापरवाही या मिली भगत।