वाराणसी, 23 अक्टूबर 2024
वाराणसी के पुआरी खुर्द- हरहुआ स्थित शर्मीला इंटरमीडिएट कॉलेज में आज बुधवार की सुबह, ‘सत्या फाउण्डेशन’ की ओर से ध्वनि प्रदूषण जागरूकता का कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में ‘सत्या फाउण्डेशन’ के संस्थापक सचिव चेतन उपाध्याय ने विद्यार्थियों से कहा कि अगर पटाखे से चंदन, गुलाब और लोहवान की खुशबू आती तब तो इसे धर्म का प्रतीक माना जा सकता था मगर पटाखे से तो भयंकर दुर्गंध और विषैली गैसों का उत्सर्जन होता है। आगे बताया कि पटाखों और डीजे के कारण स्वास्थ्य संबंधी जो नुकसान होते हैं वह तो होते ही हैं, मगर अब इसकी मारक क्षमता बढ़ने के कारण, यह सब कानून व्यवस्था के बिगड़ने का भी एक बहुत बड़ा माध्यम बनता जा रहा है। साथ ही तेज आवाज के कारण गाय माता सहित सभी दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य और उनके दूध देने की क्षमता पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। व्यापक विमर्श के बाद सभी विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि दीपावली या किसी भी शादी- विवाह या पर्व त्यौहार में डीजे और पटाखे का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं करेंगे. कार्यक्रम में प्रबंधक श्री रामानंद प्रजापति, सदानंद प्रजापति और सभी शिक्षक उपस्थित थे।
इसके तुरंत बाद, बड़ागांव थाना अंतर्गत ही, बीरापट्टी इंटरमीडिएट कालेज में जागरूकता कार्य्रकम संपन्न हुआ।