घटना के बाद हरकत में आया राजस्व विभाग।
रिपोर्ट विकास तिवारी
मड़िहान मिर्जापुर बीते बृहस्पतिवार को ममरी गांव में जमीनी विवाद को लेकर गांव के एक व्यक्ति धर्मराज यादव की विपक्षियों के द्बारा लाठियों से पीट पीट कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। पुलिस व राजस्व विभाग हाथ पर हाथ रखे बैठे रहे। गौरतलब हो कि इस संबंध में ममरी गांव निवासी मृतक के विपक्षी शिवशंकर मौर्य ने चारागाह की जमीन का हल्का लेखपाल के द्बारा ग़लत सीमांकन करने का शिकायत सितम्बर के अंतिम शनिवार को थाना दिवस पर किया था। शिकायत में गलत ठंग से चारागाह की जमीन सीमांकन करके, शिवशंकर की भूमि धरीं में निकाल दिया गया है। जिससे आये दिन जमीन को लेकर विवाद हो रहा है। तहसील न्यायालय में 6 माह से मुकदमा चल रहा है। लेकिन इस मामले को थाना दिवस पर हल्के में लिया गया। त्योहार बाद लगभग 15 दिन बाद निस्तारण करने के लिए आश्वासन दिया गया। संपूर्ण समाधान दिवस पर लेखपाल व राजस्व निरीक्षक की गैरमौजूदगी का हवाला दिया गया। पुलिस को मेले की ड्यूटी की तैयारी में लीन बताया गया। यहां राजस्व विभाग व पुलिस की घोर लापरवाही सामने आती है। संपूर्ण समाधान दिवस पर राजस्व कर्मियों की गैरमौजूदगी व पुलिस की बहानेबाजी, सरकार के योजनाओं के प्रति नजर अंदाज करना साबित करता है। सरकार की छबि धूमिल करना है। लोग बताते हैं इस मामले का निस्तारण उसी दिन कर दिया गया होता तो बड़ी घटना घटने से रूक जाता। तहसीलदार के द्बारा दिया गया समय। धर्मराज के लिए घातक बन गया। मौत के बाद मौके पर तहसीलदार भी पहुंचते हैं, पुलिस भी यही कार्य पहले कर लिया गया होता तो आज धर्मराज की जान बच गई होती