मुंशीप्रेमचंद जी को भारत रत्न मिलना चाहिए —
रिपोर्ट विकास तिवारी
देश और दुनिया के जाने-माने साहित्यकार, कथाकार ,उपन्यास कार मुंशी प्रेमचंद जी के पुण्यतिथि के अवसर पर उनके जन्मस्थली लमही में देश के प्रमुख उद्यमी संगत पंगत के संस्थापक पूर्व राज्यसभा सदस्य आदरणीय आरके सिन्हा (बाबू जी) ने अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद जी को लोग भारत का शेक्सपीयर कहते है लेकिन उनका स्थान शेक्सपीयर से बहुत ऊँचाई पर है।।उनके साहित्य में भारत का प्रतिबिम्ब दिखता है। उनकी लेखनी ने ब्रटिश हुकुमत के कालखण्ड में गाँव, गरीब और किसान, झुगी ,झोपड़ी के इंसान की आवाज़ को बुलंद किया जो एक मौन क्रांति थी,ऐसे महान साहित्यकार को भारत रत्न मिलना चाहिए ।इसकेलिए मैं प्रयास करूंगा।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मुंशी प्रेमचंद स्मृति सेवा संस्थान के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार प्रोफेसर राम मोहन पाठक, डॉक्टर दुर्गाप्रशाद श्रीवस्तव सुषमा अग्रवाल , वरिष्ठ अधिवक्ता इनकम टैक्स मनोज लाल,प्रोफेसर विजय शंकर पांडेय, मनोज श्रीवास्तव (दाढ़ी) बच्चा भैया, प्रोफेसर दीवाकर श्रीवास्तव, प्रोफेसर धर्मवीर शर्मा, शिवेंद्र सिन्हा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।