मिल गई आदमखोर भेड़ियों की मांद, पता चला क्यों इंसानों से ले रहे हैं बदला…

मिल गई आदमखोर भेड़ियों की मांद, पता चला क्यों इंसानों से ले रहे हैं बदला…

 

बहराइच में भेड़ियों के लगातार हमले से प्रभावित इलाके के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है. स्थानीय लोगों से लेकर वन विभाग और पूरा प्रशासन भेड़ियों को पकड़ने में लगा है. विशेषज्ञों की टीम इनके हमले के पैटर्न और वजह जानने की कोशिश कर रही है. साथ ही भेड़ियों के ठिकानों को भी खोजा जा रहा है. इन सब के बीच आजतक की टीम ऐसी जगह जा पहुंची जहां कभी भेड़ियों का परिवार रहने का दावा किया जा रहा है.

उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों ने आतंक मचा रखा है. इससे निजात पाने के लिए स्थानीय लोग त्राहि-त्राहि हैं. ऐसे में आजतक की टीम उस जगह पर जा पहुंची, जहां कभी भेड़ियों का पूरा का पूरा कुनबा रहा करता था. जी हां, यहां बात हो रही है आदमखोर भेड़ियों की मांद की.

 

 

जी हां, बहराइच के रामुआपुर गांव में आदमखोर भेड़ियों की मांद मिली है. यहां गन्ने के घने खेतों से होते हुए करीब 2 किलोमीटर अंदर जाने पर भेड़ियों की मांद मिली. यहां अब पानी भरा हुआ है. ये मांद छह फीट गहरी थी. ग्रामीणों का दावा है कि कभी इसी मांद में भेड़ियों का पूरा कुनबा रहता था.

 

गन्ने के खेतों के बीच मिली मांद

खेतों के बीच से होते हुए करीब दो किलोमीटर अंदर जाने के बाद भेड़ियों की मांद दिखाई दी. ग्रामीणों का दावा है कि यहां कभी भेड़ियों के छोटे बच्चे भी दिखाई देते थे. अब इन मांदों में बाढ़ का पानी भर गया है. काफी दिनों से आसपास भेड़ियों के बच्चे तो नहीं दिखे, लेकिन बड़े भेड़िये जरूर दिख जाते हैं. मांद के अंदर जब एक लंबा सा डंडा डाला गया तो डंडा 6 फीट तक अंदर चला गया.

 

 

मांद में भरा था पानी

इससे यह पता चलता है कि भेड़ियों की यह मांद छह फीट गहरी है. अब इसमें बाढ़ का पानी भर गया है और आदमखोर जानवर का पूरा परिवार यहां से गायब है. मांद के ऊपर मूंजे की झाड़ियां उग गई हैं. इन मूंजों का इस्तेमाल ग्रामीण घरों की छत बनाने में करते हैं. गांव वालों ने बताया कि हो सकता है बाढ़ में बच्चों की मौत हो गई हो और अब वह बदला ले रहा हैं.

 

इंसानों से बदला ले रहे भेड़िए

यूपी वन निगम महाप्रबंधक संजय पाठक ने आजतक को बताया कि भेड़ियों में बदला लेने की आदत होती है. अगर किसी ने उन्हें उनके घर या उनके बच्चों को नुकसान पहुंचाया है तो वह उसका बदला इंसानों से लेते हैं. अभी बहराइच में जो हमले हो रहे हैं, उसमें भेड़िए ज्यादतार इंसानों के बच्चों को ही निशाना बना रहे हैं. अब तक 8 बच्चों की जान भेड़ियों के हमले में जा चुकी है.

 

 

शावकों के बाढ़ में बह जाने का ग्रामीण कर रहे दावा

बहराइच मामले में वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों का मानना है कि किसी तरह इंसानों ने भेड़ियों के शावकों को नुकसान पहुंचाया होगा. इस वजह से ही भेड़ियों इंसानों को और खासकर बच्चों को निशाना बना रहे हैं. अब जब रामुआपुर में भेड़ियों की मांद मिलने का दावा किया जा रहा है और ग्रामीणों का कहना है कि यहां बाढ़ के पानी में बह जाने से शावकों की मौत हुई होगी. ऐसे में भेड़िये इसके लिए भी इंसानों से ही बदला रहे हैं.

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