*भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने रखा अपना पक्ष*
*भारत के तिरंगे झंडे भारतीयता के सिद्धांत और संविधान एवं राष्ट्रभाषा हिंदी का अपमान करने वाले एवं आतंकी राष्ट्रों की जयकार करने वाले लोगों की संसद सदस्यता एवं पार्टी की मान्यता एवं रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाना राष्ट्रहित में आवश्यक*।
नई दिल्ली।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने राष्ट्रवादी पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की ओर से अपना पक्ष रखते हुए कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतों को मसलकर नास्तबूद करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि जिन नव निर्वाचित सांसदों ने संसद में शपथ ग्रहण के दौरान भारत की अस्मिता के साथ खिलवाड़ किए हैं वह चिन्हित हो चुके हैं कमरे में कैद हो चुके हैं सबूत मजबूती के साथ दिखाई दे रहा है उसमें किसी भी प्रकार का जांच का विषय नहीं है राष्ट्रहित में तत्काल उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह की पूरी लाइव वीडियो देखी गई है जिसमें भारतीय संस्कृति भारतीय संविधान भारत के राष्ट्रवाद के सिद्धांत राष्ट्रभाषा का भी अपमान किया गया है जिस पर देश के सर्वोच्च न्यायालय को एवं महामहिम राष्ट्रपति महोदया जी एवं लोकसभा अध्यक्ष महोदय को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के संसद की गरिमा को बनाए रखने के लिए एक अनुशासनात्मक विधेयक लाने की आवश्यकता है।
उन्होंने दावे के साथ कहा कि संवैधानिक रूप से भारत सनातन राष्ट्र था है और रहेगा सनातन संस्कृति ही विश्व का मात्र एक धर्म और संस्कृति है बाकी सभी पंथ एवं मजहब है।
उन्होंने कहा कि सशक्त एवं समृद्ध भारत के निर्माण के लिए एवं भारत के संस्कृति सभ्यता संस्कार की रक्षा करनी है तो कक्षा 1से ही विश्व की पौराणिक इतिहास भौगोलिक शिक्षा, सनातन संस्कृति के सारे पाठ्यक्रम ,शस्त्र विद्या, शास्त्र विद्या, और पौराणिक शिलालेखों की जानकारी के लिए पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना आवश्यक है दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा फिर हिंदू मुस्लिम के नाम पर एवं सेकुलर वाद एवं राष्ट्रवाद की राजनीति करने वालों लोगों की दुकानदारी बंद हो जाएगी।