लेवल 2 का एसआईसी होने से चिकित्सालय व्यवस्था भगवान भरोसे
रिपोर्ट विकास तिवारी
मिर्जापुर। मेडिकल कालेज बन जाने के बाद चिकित्सालय को कालेज के सुर्पुद कर दिया गया है लेकिन तब से ही मरीजो को तमाम प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिसका ध्यान प्रशासन की ओर से नही दिया जा रहा है जिसके कारण लेवल 4 का डाक्टर मौजूद होने के बावजूद लेवल 2 के डॉक्टर को एसआईसी के पद पर नियुक्त किया गया है जबकि मौजूद एसआईसी को लेवल 4 तक पहुंचने में लगभग 10 से 12 वर्ष तक लग जायेगे।
सूत्रों के मुताबिक इसबात को लेकर काग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता मनीष दुबे के द्वारा लगातार शासन प्रशासन को पत्र लिखा जा रहा है परन्तु कुछ अधिकारियों की मिली भगत से अभी तक लेवल 2 के डॉक्टर को ही बार -बार एसआईसी बनाया जा रहा है जबकि लेवल 4 का डाक्टर चिकित्सालय में मौजूद है परन्तु इस बात को लेकर पूरी तरह नजरअन्दाज किया जा रहा है। जो पूरी तरह नियमों का धज्जियां उड़ाने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन प्रशासन के द्वारा एसआईसी के पद के लिए किसी काबिल डॉक्टर की खोज बीन बहुत तेजी से किया जा रहा है और इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने पर ही विचार किया जा रहा है। इनके उपर तमाम प्रकार के आरोप लगाये गये अभी हाल में ही जिला चिकित्सालय में प्रबन्धक पद पर अनुुज ठाकुर को तैनात कर दिया है जब कि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार चिकित्सालय में इस प्रकार का कोई पद ही नही है जो पूरी तरह गैर कानूनी है। जबकि अनुज ठाकुर सीएमओ आफिस का कर्मचारी होते हुए मेडिकल कालेज के अधीन कार्य कर रहा है। जबकि मेडिकल कालेज के प्राचार्य आरवीकमल द्वारा अनुज ठाकुर को पिछले माह में कार्यमुक्त कर दिया गया था फिर भी गैर कानूनी तरीके से चिकित्सालय में कार्य करने में लगे हुए है। सीएमओ के द्वारा भी कर्मचारी का वेतन रोक दिया गया है और इनके पद से बर्खास्त करने की भी तैयारी कर ली है।