रिपोर्ट विकास तिवारी
प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया का लोकतंत्र में महत्वः राजू कन्नौजिया पत्रकारिता जनता से संवाद का बेहतर माध्यमः प्रियंका निरंजन
मिर्जापुर। विंध्य प्रेस क्लब के तत्वाधान में हिंदी पत्रकारिता दिवस का आयोजन सिटी क्लब के सभागार में धूम धाम से मनाया गया। आयोजित विचार गोष्ठी में भारतीय लोकतंत्र में प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया का योगदान पर पत्रकारो ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर डाक्टर, शिक्षक, पुलिस कर्मी, पत्रकारो आदि को सम्मनित किया गया। हिंदी पत्रकारिता दिवस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कन्नौजिया व जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार उपस्थित रहे। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कन्नौजिया ने कहा कि प्रिंट मीडिया सूचनाओं, जानकारियों तथ्यों आदि को समाचार, आलेख, कहानी, रिपोर्ट, केस स्टडी को मुद्रित करने की विधा को प्रिंट मीडिया कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर समाचार पत्र, जनता तक सूचनाओं को भेज सके वह सब प्रिंट मीडिया के अंतर्गत आता है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को दृश्य-श्रव्य माध्यम भी कहा जाता है। इलेक्ट्रॉ निक मीडिया सूचनाओं को भेजने के लिए ध्वनि, कैमरा, प्रकाश, संगीत आदि का सहयोग लेता है। प्रिंट मीडिया से अधिक व्यापक तरीके से सूचनाओं को संप्रेषित करने के लिए रेडियो, टेलीविजन, फिल्म, वीडियो, न्यूजरील, कंप्यूटर आदि किसी भी घटना या विचारों की पूरी व्यापक जानकारी व सूचना प्रभावकारी ढंग से प्रेषित करता है। समाचार व संदेशों को तीव्रगामी गति से पहुंचाना इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का काम होता है। उन्होने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में प्रिंट एंव इलेक्ट्रानिक मीडिया का महत्व है।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकार समाज का आइना होता है, हिंदी पत्रकारिता के दौर में पत्रकारों के सामने बहुत चुनौती है। ग्रामीण पत्रकारों को सही परिश्रमिक नही मिलने से उनके सामने कठिनाई की स्थिति उपन्न होती है। आज के युग में पत्रकारिता के भी अनेक माध्यम हो गये हैं, जैसे – अखबार, पत्रिकायें, रेडियो, दूरदर्शन, वेब-पत्रकारिता, यूट्यूब आदि। बदलते वक्त के साथ बाजारवाद और पत्रकारिता के अन्तर्सम्बन्धों ने पत्रकारिता की विषय-वस्तु तथा प्रस्तुति की शैली में व्यापक परिवर्तन किए है। पत्रकारिता संवाद का एक बेहतर माध्यम माना जाता है, जनता और सरकार के बीच बात का का आदान-प्रदान करने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण जरिया भी इसे माना गया है।
मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने कहा कि ग्रामीण पत्रकार बिना परिश्रमिक लिए ही जानता की समस्याएं अखबार, टीवी, वेब के माध्यम से हम लोगो के सामने पहुंचती है। जिसकी वजह से हम उस समस्या का निस्तारण करते है। जिला प्रशासन की तरफ से ग्रामीण पत्रकारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
कार्यक्रम में विंध्य प्रेस क्लब के संयोजक अशोक सिंह मुन्ना, अध्यक्ष शिवशंकर श्रीवास्तव, सचिव कमलेश बिन्द, संरक्षक जय प्रकाश दूबे, मनोज शुक्ला, अमरेश मिश्रा, बृजेंद्र दुबे, मनीष रावत, इंदर प्रीत सिंह, अमित तिवारी, जय प्रकाश पटेल, प्रशांत यादव, डॉ सुनील सिंह, डॉ तरुण सिंह, बिमलेश अग्रहरि, शिवशंकर उपाध्याय, प्रकाश सिंह टिकैत, रविन्द्र सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।