रिपोर्ट विकास तिवारी
15 वां वित्त व ई ग्राम स्वराज पेमेंट योजना के पैसे से प्रधानों की भरपूर कमाई। मड़िहान मिर्जापुर क्षेत्र के अन्तर्गत 15 वां वित्त योजना व ई ग्राम स्वराज पेमेंट योजना का पैसा ज़्यादातर ग्राम प्रधानों व सचिवों की कमाईं स्त्रोत बना हुआ है। पीने के पानी के लिए ई ग्राम स्वराज पेमेंट योजना से काफी पैसा निकाल लिया जाता है। पानी गायब रहता है। रोड़ मरम्मत के लिए पैसा भुगतान कर लिया जाता है। कागजों में। ग्रामवासियों को पता नहीं चलता कि आखिर किस रोड़ की मरम्मत हूई। स्ट्रीट लाइट के लिए ग्राम प्रधान पैसा भुगतान करा लेते हैं। स्ट्रीट लाइट का पता ही नहीं । है भी तो प्रधान के समर्थकों के घर। वहीं प्राथमिक विद्यालयों का बाउंड्री वॉल कराया जाता है। लेकिन दो साल में ज्यादातर लाउंड्री धराशाही हो जातें हैं। फिर से वजट बनवाकर जनता का पैसा भुगतान कराके वहीं कार्य किया जाता है। ग्राम सभा रजौहां में 1 माह से प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय का लाउंड्री वाल का कार्य कराया जा रहा है। सिर्फ खानापूर्ति गांव की जनता बताती है लाउंड्री वाल में गुणवत्तापूर्ण मेटेरियल का प्रयोग नहीं किया गया है। और वही हाल रजौहां पंचायत भवन के पास निर्माणाधीन भवन सी एस सी का हाल है। ढल ईया कराते समय गुणवत्ता पूर्ण मटेरियल का प्रयोग कम किया गया। ग्राम पंचायत पचोखरा खूर्द के लोगों का आरोप है कि गांव के विकास व सार्वजनिक कार्यो के मरम्मत के के लिए 15 वां वित्त का पैसा भुगतान करा लिया जाता है। न ही सार्वजनिक शौचालय की साफ सफाई कराई जाती है। न, ही स्ट्रीट लाइट का रिपेयरिंग व न ,ही ध्वस्त सड़क की मरम्मत। और तो गांव में बन रही पीने के पानी की टंकी में भी गुणवत्ता पूर्ण मटेरियल प्रयोग ठीक से नहीं किया जा रहा है।आये दिन प्रधानों की सम्पत्ति बड रही है। संसाधनों में बढ़ोतरी हो रही है। इससे लगता है कि गांव के विकास के लिए आये पैसे विकास में न लगाकर अपने जेब में रखा जा रहा है।