मजदूर भी इंसान है इंसानियत पर भी दया करें~नेकी घर(मजदूर दिवस)
*जौनपुर, शहर के आसपास लेबर चौक चौराहे पर सैकड़ो की संख्या में मजदूर प्रतिदिन सुबह से ही रोजी रोटी के चक्कर में काम न मिलने पर समय बीत जाने के बाद भी वापस घर लौट जाते है। शायद किसी को जरूरत आन पड़े तो भले ही बुला लिए जाते हों ओ भी उनकी मजदूरी भी काटकर मिल पाती है। इसी क्रम में आज नेकी घर टीम द्वारा सुबह से ही तमाम स्थानों पर,लेबर चौको पर पहुंचकर असहाय बुजुर्ग मजदूरों को कपड़े,गमछे देकर माला पहना मिठाई खिलाकर उन्हे मजदूर दिवस का याद दिलाया,बाल मजदूरी कर रहे बच्चों को खाना खिलाया,मजदूर दिवस पर नेकी घर टीम के सदस्यों के पहुंचने के बाद तमाम बुजुर्ग असहाय मजदूर का दर्द फूट पड़ा लोगों ने बताया कि हम लोगों को अपने काम के बदले दाम नहीं मिलता सुबह 7:00 बजे से 10:00 तक हम सभी चौक पर खड़े रहते हैं जैसे-जैसे समय बीतता है उसी तरह हमारा मेंहनताना भी घटता जाता है दूर-दूर से किराया लगाकर आते हैं तो काम न मिलने पर पैदल ही वापस जाना पड़ता है कभी कभी तो ऐसा होता है की दो-दो दिन तक घर में चूल्हे नहीं जलते अब मुझे क्या पता कि हम लोगों का भी कोई दिन होता है? आज नेकी घर टीम हम मजदूरों को सम्मानित कर रही है यह हम सभी के लिए बहुत खुशी की बात है और हम नेकी घर टीम की भूरी भूरी प्रशंसा करते हैं और ऐसी संस्था अगर हम गरीबों के हित में कार्य करती रहे तो निश्चित ही हम लोगों का भी उद्धार हो जाएगा,तमाम मजदूरों ने लेबर कार्ड भी बनवाने की अपील किया जिसको टीम द्वारा जल्द ही बनवाया जाएगा।*
*नेकी घर के वरिष्ठ सदस्य सुमंत श्रीवास्तव ने बताया कि हम सभी के लिए हर दिन बना है लेकिन एक दिन जो विश्व मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है ऐसे मौके पर हम सभी को अपने घरों के आसपास काम करने वाले मेहनतकश मजदूर को जरूर याद दिलाना चाहिए कि आज आपके लिए विश्व मजदूर दिवस मनाया जाता है और यह हम सभी का सौभाग्य है कि हमारी टीम के युवा साथी मजदूरों की मदद कर पा रहे हैं आज टीम में चंदन विश्वकर्मा,सर्वेश मौर्य,कमलेश,जितेंद्र शर्मा,मोहम्मद शाहिद,इब्ने हसन,रामजीत मास्टर, इत्यादि लोगों ने सहयोग किया।*