RIPORT VIKASH TIWARI
मिर्जापुर। प्रदेश स्तर से जारी इस माह में वरीयता सूची में सबसे पीछे है यह योजना प्रधानमंत्री की कल्याणकारी योजना है जिसमें प्रधानमंत्री स्वयं सक्रिय रहने है लेकिन विभाग के आला अधिकारियों की लापरवाही के चलते मंडल मुख्यालय होने के बावजूद सबसे खराब प्रदर्शन है। इस आशय की जानकारी प्रदेश स्तर से जारी मंडल के तीनों जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है।
प्रदेश स्तर से जारी पत्र के अनुसार देश में सबसे अधिक पांच करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना हैए परंतु अब भी जिले में कार्ड बनाने की रफ्तार सुस्त है। सोनभद्र की प्रदेश में रैंकिंग 75वें स्थान पर हैए जबकि मिर्जापुर 65 वें और भदोही 51 वें नंबर स्थान पर है। प्रधानमंत्री ने सन् 2018 में सबको निशुल्क उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत की थी। लेकिन मीरजापुर जिले में आयुष्मान टीम की लापरवाही के चलते इस योजना से मिलने वाली सुविधा से काफी लोग आज भी वंचित रह गये है। प्रदेश स्तर से इस तरह की लापरवाही को चलते देख टीम को भी बदलने पर विचार किया जा रहा है। परिवारों में लाभार्थियों की संख्या 12 लाख 72 हजार 861 है। अब तक 683705 लोगों के गोल्डन कार्ड बने हैं। जो लगभग 53 प्रतिशत है। इसके तहत लाभार्थी को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा मिलती है। प्रदेश में पांच करोड़ आयुष्मान कॉर्ड बन चुके हैं। बीते फरवरी माह के आंकड़ों पर गौर करें तो मिर्जापुर जिले में 284805 परिवार आयुष्मान योजना से जुड़े हैं। इस हिसाब से प्रदेश में मिर्जापुर की रैंक 65वें स्थान पर है।
जिले के स्वास्थ्य मिशन के सिफसा के मंडलीय कार्यक्रम प्रबन्धक ने बताया कि एक माह में दो योजनाओं में जिले का खराब प्रदर्शन होने के कारण इसकी समीक्षा की जायेगी और दोषी कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही भी की जायेगी।