आध्यात्म और सनातन में सभी खजाना निहित-जी.के. सर

आध्यात्म और सनातन में सभी खजाना निहित-जी.के. सर

 

रोहित सेठ  वाराणसी

 

वैदिक एवं आध्यात्मिक ज्ञान की शिक्षा स्कूल में शुरु कराए सरकार

 

वाराणसी। जान्हवी सेवा समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान स्थित शताब्दी भवन हाल में आयोजित कार्यक्रम में आध्यात्मिक वक्ता जी.के.सर ने कहा कि वर्तमान मार्डन जीवन में नई पीढ़ी के युवाओं को सनातन और आध्यात्म की जानकारी अवश्य देनी चाहिए। इससे युवाओं के अंदर ऊर्जा और विश्वास की क्षमता का विकास होगा और वे जीवन में हर बाधा को आसानी से पार कर लेंगे। उन्होने कहा कि हर एक के जीवन में कठिंन परिस्थितियां आती हैं ऐसे में हमें अपने मनोबल और साहस को बनाए रखना चाहिये एवं सकारात्मक सोच के साथ अपने कार्य को लगन और निष्ठा के साथ सम्पादित करना चाहिये। इससे हमें सफलता अवश्य मिलेगी। जी.के.सर ने कहा कि जीवन में तनावग्रस्त तभी हम होते हैं जब हमारे अंदर ज्ञान की कमी होती है। तनाव मुक्त होने के लिये मनुष्य को आध्यात्म का सहारा लेना चाहिये और अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखना चाहिये। उन्होने कहा कि हमें अपने सभी कार्यों को खुशी मन और समर्पण भाव से करना चाहिये। इससे वह कार्य हो भी जाता है और पता भी नहीं चलता। आध्यात्मिक वक्ता ने कहा कि हमें अपने बच्चों को धर्म और शास्त्र की की भी जानकारी देनी चाहिये जिससे वे अपने सनातनी संस्कार को भली भांति जान सकें। उन्होने कहा कि स्कूलों में भी वैदिक और आध्यात्म का ज्ञान बच्चों को देना चाहिये।

कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों ने धर्म और आध्यात्म से सम्बन्धित कई प्रश्न भी पूछे जिनका उन्होने सही जवाब देकर सबको संतुष्ट भी किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।

प्रारम्भ में समिति के अध्यक्ष डा.राजेंद्र पचैरी ने जी.के. सर को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान संस्थान के प्रो.ए.के.नीमा, एच.के.सिंह,रविंद्र सिंह,नित्यानंद तिवारी,भूपेंद्र सिंह,प्रदीप सिंह,अनिल तिवारी,ज्ञानेंद्र सिंह,पवन मिश्रा, आलोक गोस्वामी,प्रमोद पाण्डेय, गौरव खन्ना के.के.मिश्र,प्रकाश पति त्रिपाठीसहित अन्य विशिष्ठ जनों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी। कार्यक्रम का संचालन हरप्रीत कौर एवंधन्यवाद ज्ञापन समिति के सचिव गोविंद शुक्ला ने किया।

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