रोहित सेठ VARANASI
वाराणसी 12 दिसंबर काशी की कला मणिकर्णिका आरव्य मनु और झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म वाराणसी में मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी को मणिकर्णिका घाट परिसर स्थित बाजीराव घाट क्षेत्र में पेशवा बाजीराव के महल में हुआ था काशी में जन्म स्थान को लेकर उत्पन्न किया भ्रम निरर्थक है और इस भ्रम का निवारण पंचांग गणना के जानकार करने में सर्वर्थ समर्थ है यह विचार गोदौलिया स्थित सनातन धर्म इंटर कॉलेज के सभा कक्ष मां फाउंडेशन उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में आयोजित जन्म तिथि के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में वक्ताओं के रहे प्रारंभ में लक्ष्मीबाई और छत्रपति शिवाजी महाराज के चित्र के सामने दीप जलाकर कार्यक्रम को प्रारंभ हुआ ॥
कार्यक्रम में डॉ सोहनलाल आर्य ने कहा कि मणिकर्णिका परिसर में जन्म के कारण ही उनका नाम मणिकर्णिका बाई पड़ा संस्कृति भारती के संस्थापक व संयोजक डा उपेंद्र विनायक सतबुद्धे के जन्मस्थान और जन्म तिथि सहित दोनो की तारीख पर जीवन परिचय के साथ विस्तार से प्रकाश डाला
कार्यक्रम संयोजक व संचालन फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष लाल जी गुप्ता ने किया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महंत गोविंद दास शास्त्री कबीर प्राचीन प्रक्त्य स्थली लहरतारा व कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला व्यापार की अध्यक्ष श्रीमती शालिनी गोस्वामी ने किया सम्मानित किए जाने वालो में मुख्य रूप से रेखा पाठक , लक्ष्मी आर्या, सीता साहू, मंजू व्यास , रश्मि साहू , अनीसा साही, मीरा गुप्ता, सोनी खान , पूनम जायसवाल, ज्योत्सना बाजपेई, मंजू वर्मा आदि समेत 31 महिलाओं को सम्मानित किया गया साथ ही महारानी लक्ष्मीबाई के महान तोपची गौश खा का सम्मान शकील अहमद को किया गया कार्यक्रम में मुख्य रूप से गिरीश श्रीवास्तव, सौरभ दीक्षित, अमित सौरभ, धर्मेंद्र गुप्ता , राजेश गुप्ता, अरविंद, संजय कुशवाहा ,किरण केसरी ,विकास शाह सोनू, अखिलेश नारायण सिंह समेत सैकड़ो लोग की उपस्थित रहे