वाराणसी में 11 से 13 जून तक जी-20 के होने वाले डेवलपमेंट मिनिस्टर्स की बैठक के आयोजन के दौरान एनडीआरएफ की टीमों को मनोज कुमार शर्मा, उपमहानिरीक्षक, 11 एनडीआरएफ वाराणसी के दिशा निर्देशन में जिला प्रशासन वाराणसी से समन्वय के साथ तैनात किया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू मोटर बोट, वाटर एंबुलेंस और बचावकर्मियों के साथ वाराणसी के गंगा नदी के घाटों पर मौजूद होंगे। इन टीमों में गोताखोर, पैरामेडिक्स, डीप डाइविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय व अन्य बचाव उपकरण शामिल होगें। इसके साथ ही जी-20 के बैठक वाले स्थानों पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की विशेष प्रशिक्षित सीबीआरएन (केमिकल, बायोलोजिकल, रेडिओलोजिकल और न्यूक्लियर) टीम तथा सीएसएसआर (कोलैप्स सट्रकचर सर्च एन्ड रेस्क्यू) टीम को अत्याधुनिक राहत-बचाव उपकरणों के साथ तैनात किया जाएगा, जो कि किसी भी प्रकार की आपदाओं के दौरान राहत-बचाओ ऑपरेशन को पूरा करने में सक्षम होगी। मनोज कुमार शर्मा, उपमहानिरीक्षक, 11 एनडीआरएफ ने बताया कि यह हमारे लिए विशेष गर्व का विषय है कि जी-20 के दुनियाभर के प्रतिनिधि पुनः वाराणसी आ रहे हैं और उनकी सुरक्षा का दायित्व हमें मिला है। काशी दुनिया का सर्वाधिक प्राचीन शहर है तथा यहां का आतिथ्य उन्हें काशी और भारत देश की अच्छी छवि में ले जाने के लिए प्रेरित करेगा।